Politics: कांग्रेस में फिर गुटबाजी आई सामने, पहले गंगूराम मुसाफिर धूमधाम से पार्टी में हुए शामिल; फिर कह दिया अभी मामला लंबित

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह हर जगह एकजुटता का पाठ कार्यकर्ताओं को पढ़ा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस की कथनी व करनी में दिन-रात का अंतर दिखाई दे रहा है। इसका ताजा उदाहरण पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर की पार्टी में वापसी का सियासी ड्रामा है। बीते रोज गंगूराम मुसाफिर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे।

By Jagran NewsEdited By: Jeet Kumar Publish:Mon, 22 Apr 2024 06:19 AM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2024 07:44 AM (IST)
Politics: कांग्रेस में फिर गुटबाजी आई सामने, पहले गंगूराम मुसाफिर धूमधाम से पार्टी में हुए शामिल; फिर कह दिया अभी मामला लंबित
पहले गंगूराम मुसाफिर धूमधाम से पार्टी में हुए शामिल; फिर कह दिया अभी मामला लंबित

जागरण संवाददाता, शिमला। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर से गुटबाजी देखने को मिली है। शिमला संसदीय सीट जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं को मनाने में जुटी है।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह हर जगह एकजुटता का पाठ कार्यकर्ताओं को पढ़ा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस की कथनी व करनी में दिन-रात का अंतर दिखाई दे रहा है। इसका ताजा उदाहरण पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर की पार्टी में वापसी का सियासी ड्रामा है। बीते रोज गंगूराम मुसाफिर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे।

खूब चला सियासी ड्रामा

कांग्रेस नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया प्रतिभा सिंह ने भी उन्हें पार्टी में शामिल होने पर बधाई दी, कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी भी इस दौरान मौजूद रहे ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत हुआ लेकिन इसके एक ही दिन बाद अब कांग्रेस की ओर से आधिकारिक बयान आया है कि गंगूराम मुसाफिर को अभी पार्टी में वापस नहीं लिया गया है उनका मामला अभी लंबित पड़ा हुआ है।

आखिर यह षड्यंत्र रचा किसने

सूत्रों की माने तो मुसाफिर को पहले सूचित किया गया। उनसे बात की गई और फिर शिमला बुलाया गया। उसके बाद ही वह कांग्रेस मुख्यालय दलबल के साथ पहुंचे थे। यहां सवाल उठ रहा है कि आखिर यह षड्यंत्र रचा किसने। सूत्रों की माने तो पार्टी का एक धड़ा बागी नेताओं को वापिस नहीं लेना चाहता है। मुसाफिर को टिकट ना मिलने पर उन्होंने पार्टी छोड़ी थी और निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हालांकि कांग्रेस की ब्लॉक कार्यकारिणी उन्हें टिकट की पैरवी कर रही है और टिकट ना मिलने पर वहां बगावत हुई थी। जिसके बाद पूरी कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया था।

20 अप्रैल को प्रतिभा ने ये कहा था

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की ओर से बीते रोज गंगूराम मुसाफिर को पार्टी में शामिल करने पर बधाई दी थी। उनकी ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया था कि पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री गंगू राम मुसाफिर को पार्टी में शामिल कर लिया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने उनका पुनः पार्टी में शामिल होने पर स्वागत करते हुए कहा कि उनकी घर वापसी से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। कांग्रेस ऑफिस में उन्होंने बाकायदा बाईट दी थी इस में उनके साथ कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी भी मौजूद थे।

21 को ये बयान किया जारी

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगू राम मुसाफिर को पुनः पार्टी में शामिल करने पर स्पष्टीकरण जारी किया है। कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस संगठन महामंत्री रजनीश किमटा के अनुसार अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य सांसद प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला ने बताया है कि गंगूराम मुसाफिर का पार्टी में पुनः शामिल करने का मामला अभी कांग्रेस आलाकमान के पास लंबित पड़ा है और इस पर अभी अंतिम फैसला होना बाकी है।

chat bot
आपका साथी