फिर करवट बदलेगा मौसम, 12 से बारिश व बर्फबारी के आसार

हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी हवा सक्रिय होने से मौसम में फिर परिवर्तन आएगा।

By Edited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 05:08 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 08:22 AM (IST)
फिर करवट बदलेगा मौसम, 12 से बारिश व बर्फबारी के आसार
फिर करवट बदलेगा मौसम, 12 से बारिश व बर्फबारी के आसार

शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी हवा सक्रिय होने से मौसम में फिर परिवर्तन आने की संभावना है। मौसम विभाग ने 12 से 14 नवंबर तक प्रदेश की चोटियों पर बर्फबारी तथा मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों व मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना जताई है। प्रदेश में 15 नवंबर से मौसम शुष्क रह सकता है। प्रदेश में इन दिनों सुबह व शाम के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। शुक्रवार को प्रदेश में अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। शिमला में दिनभर धूप खिलने से मौसम सुहावना बना रहा। अन्य राज्यों से घूमने आए पर्यटकों व स्थानीय लोगों ने धूप का आनंद लिया। कहां कितना रहा तापमान स्थान,न्यूनतम,अधिकतम केलंग,-3.5,6.6 कल्पा,1.0,14.6 मनाली,1.4,17.0 भुंतर,5.0,23.8 सुंदरनगर,5.4,24.9 सोलन,5.6,21.5 चंबा,7.1,21.8 मंडी,7.2,23.5 शिमला,9.2,17.6 ऊना,9.5,28.2 नाहन,9.7,23.5 धर्मशाला,10.2,19.4 (तापमान डिग्री सेल्सियस में)

बारालाचा दर्रे पर बर्फ ने रोके सैकड़ों वाहन चालक

बीते वीरवार को बारालाचा दर्रे में हुई बर्फबारी से रोहतांग दर्रे सहित बारालाचा दर्रा बंद हो गया था। इस कारण मनाली से गए वाहन लेह में फंस गए हैं। रोहतांग दर्रे को बहाल करते ही लाहुल में फंसे सैकड़ों वाहन चालकों को तो राहत मिल गई लेकिन लेह में अभी भी सौ से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। मनाली और लाहुल के 14 पर्यटक वाहन भी लेह में फंसे हैं। इन सभी वाहन चालकों को बारालाचा दर्रे की बहाली का इंतजार है। 

अगर बीआरओ बारालाचा दर्रे को बहाल नहीं करता है तो इन वाहन चालकों को लेह से श्रीनगर जम्मू होते हुए मीलो दूरी तय कर मनाली आना होगा। लेह में फंसे अधिकतर वो वाहन हैं जो सेना की रसद लेकर मनाली होते हुए लेह गए थे। अधिकतर ट्रक लेह के उपसी में फंसे हैं। इन वाहन चालकों को अगर वाया श्रीनगर जम्मू होते हुए आना पड़ा, तो इन्हें 600 किमी की अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी। हालांकि लेह-श्रीनगर मार्ग के जोजिला पास दर्रे में भी भारी हिमपात हुआ है लेकिन वहां बीआरओ की हिमांक परियोजना ने उसे बुधवार को बहाल कर लिया था। लेह में फंसे मनाली के वाहन चालक दोरजे, विशाल और टशी सहित पर्यावरण प्रेमी किशन ठाकुर ने बताया लेह में मनाली के 14 पर्यटक वाहन फंस गए हैं। उन्होंने बीआरओ से आग्रह किया कि बारालाचा दर्रा को शीघ्र बहाल किया जाए ताकि वे सरचू होते हुए अपने घरों में पहुंच सकें। दूसरी ओर रोहतांग मार्ग में बर्फीली हवाओं ने बीआरओ की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। हवा से बर्फ सड़क में आ रही है, जिससे मार्ग बार-बार बाधित हो रहा है।

इस दौरन घंटों ट्रैफिक जाम भी लग रहा है। बीआरओ ने दर्रे में मशीनरी स्थापित कर दी है। डोजर चालक मार्ग में वाहनों की आवाजाही सुचारू रखे हुए हैं। सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल एके अवस्थी ने बताया प्रशानिक तौर पर मनाली-लेह मार्ग 15 अकटूबर को बंद कर दिया गया है। फिर भी मौसम ने साथ दिया तो बीआरओ बारालाचा दर्रे को बहाल करने का प्रयास करेगा।

 
chat bot
आपका साथी