बीएसएनएल कर्मियों ने शिमला में की नारेबाजी
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बीएसएनएल के देशव्यापी प्रदर्शन का
जागरण संवाददाता, शिमला : केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बीएसएनएल के देशव्यापी प्रदर्शन का समर्थन करते हुए शिमला के कुसुम्पटी स्थित जिला मुख्यालय से परिमंडल मुख्यालय तक कर्मियों ने एक रैली निकाली। इस दौरान कर्मियों ने वेतन पुनर्निर्धारण न किए जाने के खिलाफ नारेबाजी की। बीएसएनएल कर्मी तीसरी पे रिवीजन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की माग कर रहे हैं। कर्मचारियों को भरोसा था कि दीपावली के आसपास इस पर अंतिम फैसला किया जा सकता है, लेकिन मंगलवार को दूरसंचार सचिव ने मांगों को खारिज कर दिया। इससे लाखों बीएसएनएल कर्मियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है और वे सरकार के खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आए है। कर्मचारियों की वेतन पुनर्निर्धारण की माग के अलावा 4जी स्पेक्ट्रम का आवंटन व पेंशन में एक समान नीति न अपनाए जाने के खिलाफ भी कर्मचारियों ने नारेबाजी की।
रैली में यूनियन के परिमंडल सचिव केसी पंवर ने सरकार के ढुलमुल रवैये की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बीएसएनएल आपदा व संकट के समय देश में सेवा को तत्पर रहा है। दूरदराज इलाकों में सेवा देने को प्रतिबद्ध है, जिसे देखते हुए सरकार को बीएसएनएल को तवज्जो देनी चाहिए और इससे भेदभाव नहीं करना चाहिए। वहीं, नंदलाल शर्मा ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो नवंबर को सचिव दूरसंचार ने यूनियनों को सकारात्मक निष्कर्ष पर पहुंचने का आश्वासन दिया था। उन्होंने चेतावनी दी यदि सरकार ने इस मामले पर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया तो आदोलन को और तेज किया जाएगा।