गेयटी में हुए पूर्वोत्तर व प्रदेश की संस्कृति के दर्शन

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रकल्प सील ( अन्तर्राज्यीय छात्र जीवन दर्शन) के अंतर्गत भारत गौरव यात्रा 2019 का समापन गेयटी थियेटर में हुआ।

By Edited By: Publish:Tue, 15 Jan 2019 09:28 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 03:01 AM (IST)
गेयटी में हुए पूर्वोत्तर व प्रदेश की संस्कृति के दर्शन
गेयटी में हुए पूर्वोत्तर व प्रदेश की संस्कृति के दर्शन

जागरण संवाददाता, शिमला।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रकल्प सील (अंतरराज्यीय छात्र जीवन दर्शन) के अंतर्गत भारत गौरव यात्रा 2019 का समापन गेयटी थियेटर में हुआ। भारत गौरव यात्रा 12 जनवरी को शिमला पहुंची थी, जिसमें 31 प्रतिनिधि जिला के 15 परिवारों के बीच रहे। मंगलवार को नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम के साथ शिमला में इसका समापन हुआ।

समारोह मे वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने छोटी-छोटी रियासतों को मिलाकर इस देश की एकता को लेकर कार्य किया उसी कड़ी को विद्यार्थी परिषद ने जारी रखा है। सील प्रकल्प के बारे में जानकारी देते हुए समन्वयक दारिलीन तांग ने बताया कि भारत गौरव यात्रा चार जनवरी को गुवाहाटी से शुरू हुई थी। वहां से दिल्ली, चंडीगढ़, शिमला पहुंची। अब शिमला से देहरादून पहुंचेगी व आगरा से होते हुए 26 जनवरी को गुवाहाटी में संपन्न होगी।

कार्यक्रम अध्यक्ष एवं ओएसडी मुख्यमंत्री महेंद्र धर्माणी ने कहा कि लंबे समय तक परिषद में काम करने के बावजूद मुझे कभी सील के अंतर्गत जाने का मौका नहीं मिला। देश को एकभाव में जोड़ने का कार्य विद्यार्थी परिषद ने किया है। सील के चेयरमैन अतुल कुलकर्णी ने बताया कि जो काम कोई नहीं कर सका उसे विद्यार्थी परिषद ने करके दिखाया है। 52 साल की सील यात्रा ने हजारों परिवारों के बीच संबंध स्थापित करने का कार्य किया है। इस तरह की तीन यात्राएं पूरे देश में चल रही हैं।

अलग भाषा अलग वेश फिर भी अपना एक देश, नारा मात्र नहीं है बल्कि इसे स्थापित करने का कार्य विद्यार्थी परिषद के सील प्रकल्प ने किया। स्वागत समिति के सचिव संजीव देष्टा के धन्यवाद भाषण के साथ नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस मौके पर पूर्वोत्तर राज्यों से आए छात्रों व हिमाचल के कार्यकर्ताओं ने एक मंच पर से अपनी सांस्कृतिक विरासत को साझा किया।

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