जिनके पास इंटरनेट नहीं, वहां पहुंचेंगे शिक्षक

सरकारी स्कूलों के जिन बच्चों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं वह उनको शिक्षक खुद जाकर ऐसे बच्चों की पहचान करेंगे और उन तक किताबें व पाठय सामग्री पहुंचाएंगे। इस प्रक्रिया को कफर्यू में मिली छूट के दौरान पूरा किया जाएगा। 16 मार्च से स्कूलों में दसवीं व बाहरवीं सहित अन्य कक्षाओं की ऑनलाइन कक्षाएं आरंभ होनी है। ऐसे में जिन छात्रों के पास इंटरनेट नहीं है उनके लिए यह व्यवस्था अलग से है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Apr 2020 04:15 PM (IST) Updated:Mon, 13 Apr 2020 04:15 PM (IST)
जिनके पास इंटरनेट नहीं, वहां पहुंचेंगे शिक्षक
जिनके पास इंटरनेट नहीं, वहां पहुंचेंगे शिक्षक

भुताशन शर्मा, सरकाघाट

सरकारी स्कूलों के जिन विद्यार्थियों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है, शिक्षक खुद जाकर ऐसे बच्चों की पहचान करेंगे। वे ऐसे बच्चों तक किताबें व पाठ्य सामग्री पहुंचाएंगे। इस प्रक्रिया को क‌र्फ्यू में मिली ढील के दौरान पूरा किया जाएगा। प्रदेश में 16 अप्रैल से दसवीं व बाहरवीं सहित अन्य कक्षाओं की ऑनलाइन कक्षाएं आरंभ होनी हैं। जिन विद्यार्थियों के पास इंटरनेट नहीं है, उनके लिए यह व्यवस्था अलग से है।

सरकार के आदेशों के अनुसार हर घर बनेगा पाठशाला योजना के तहत बच्चों को घर से ही ऑनलाइन वाट्सएप ग्रुप बनाकर शिक्षा दी जाएगी। जिन क्षेत्रों में इंटरनेट सुविधा नहीं है या बच्चों के पास एंड्रायड फोन नहीं हैं, उनके लिए स्थानीय स्कूलों के शिक्षक ही सारी व्यवस्था करेंगे। इसके लिए इन शिक्षकों को अपने स्कूल के उन विद्यार्थियों की जानकारी एकत्रित करनी होगी जिनके पास यह सुविधा नहीं है। उसके बाद उन बच्चों को क‌र्फ्यू में ढील के दौरान पाठ्य सामग्री मुहैया करवाई जाएगी। यह भी व्यवस्था है कि अगर किसी बच्चे के पास इंटरनेट सुविधा है तो उसके पड़ोस में रह रहा दूसरी विद्यार्थी भी उसके साथ पढ़ सके। शिक्षक इसके लिए सबसे पहले अपने स्कूल प्रमुखों को इसकी सूचना देंगे और उसके आधार पर योजना बनाई जाएगी। यह व्यवस्था इसलिए हो रही है ताकि जब स्कूल खुलें तो ऐसे बच्चे दूसरे विद्यार्थियों से पिछड़ न जाएं। प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में भी ऑनलाइन शिक्षा देने के आदेश दिए हैं। इसमें दसवीं व जमा दो की कक्षाएं दो घंटे के लिए लगेंगी व अन्य कक्षाओं के लिए भी अलग से टाइम तय रहेगा। वाट्सएप ग्रुप के जरिए ही यह सारी गतिविधि होगी। दो दिन में इससे संबंधित रिपोर्ट शिक्षकों को देनी है।

-------- जिन विद्यार्थियों के पास इंटरनेट या मोबाइल फोन की सुविधा नहीं है, उनकी जानकारी शिक्षक एकत्रित करके देंगे। ऐसे बच्चों को पाठ्य साम्रगी मुहैया करवाई जाएगी।

राकेश धीमान, कलस्टर इंचार्ज, प्रिसिपल बलद्वाडा स्कूल।

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