घर से लेकर शिक्षण संस्थान तक इंटरनेट बना जरूरत

जागरण संवाददाता मंडी कोरोना संक्रमण के कारण शुरू हुई आइनलाइन पढ़ाई और घर से क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:30 PM (IST)
घर से लेकर शिक्षण संस्थान तक इंटरनेट बना जरूरत
घर से लेकर शिक्षण संस्थान तक इंटरनेट बना जरूरत

जागरण संवाददाता, मंडी : कोरोना संक्रमण के कारण शुरू हुई आइनलाइन पढ़ाई और घर से काम करने की प्रवृत्ति ने इंटरनेट पर लोगों की उपलब्धता अधिक कर दी है। पिछले डेढ़ साल से अधिक समय में निजी कंपनियों सहित बीएसएनएल के इंटरनेट सेवाओं में बढ़ोतरी हुई है, साथ ही डाटा भी अधिक खर्च हुआ है।

लाकडाउन के बाद से विद्यार्थियों की पढ़ाई घरों से ही चल रही है। इसके अलावा कार्यालयों का काम भी आनलाइन किया गया। भारत दूरसंचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में अप्रैल 2020 में जो डाटा 440 टेरा बाइट था। वह बढ़कर 2513.34 टेरा बाइट तक पहुंच गया है। बीएसएनएल की भारत फाइबर के कनेक्शन अधिक दिए हैं। उपभोक्ताओं की बात करें तो 60 आइटीआइ को लीज लाइन दी गई। एयरटेल की बात करें तो एक साल में उनकी उपभोक्ताओं की संख्या दोगुना हो गई। कंपनी ने अपने 999 के प्लान में डाटा अधिक कर दिया। मोबाइल डाटा थ्री जी स्पीड के साथ बीएसएनएल दे रहा है। जिन क्षेत्रों में नेटवर्क की दिक्कत थी, वहां भारत एयर फाइबर की सुविधा दी जा रही है। महाप्रबंधक डीएन कात्यायन ने बताया कि बीएसएनएल उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा दे रहा है। भारत फाइवर में कनेक्श्न के साथ टेलीफोन कनेक्शन नि:शुल्क दे रहे हैं। मैं आनलाइन पढ़ाई करता था तो इस दौरान बीच-बीच में नेटवर्क की दिक्कत रहती थी। आइनलान पढ़ाई के कारण इंटरनेट ही एकमात्र सहारा था।

-उमेश कुमार, छात्र मंडी कालेज। मैंने कोरोना काल के दौरान अपनी स्नातक की पढ़ाई की। इस दौरान इंटरनेट की अधिक समस्या नहीं रही।

-उर्मिला, छात्रा मंडी कालेज। मैं जमा एक की पढ़ाई कर रहा हूं। इंटरनेट सही न होने के कारण अक्सर क्लास में दिक्कत आती थी। पहाड़ी इलाकों में बेहतर तकनीक से इंटरनेट उपलब्ध करवाया जाना चाहिए।

-रवि किरण, निवासी परवाड़ा।

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