मंडी : भारी भूस्खलन से ऊहल नदी का बहाव रुका, वन संपदा तबाह
Heavy Landslide near Uhal river जिला मंडी की चौहारघाटी के बरोट में भारी भूस्खलन होने से अनमोल वन संपदा तबाह हो गई।
मंडी, जेएनएन। जिला मंडी की चौहारघाटी के बरोट में भारी भूस्खलन होने से अनमोल वन संपदा तबाह हो गई। भूस्खलन का मलबा ऊहल नदी में आने से बहाव भी रुक गया है। ग्रामीणों की उपजाऊ जमीन भी भूस्खलन की जद में आई है। घटना में किसी प्रकार का जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। बरोट के समीप तरवाण गांव के नीचे पहाड़ी में दरारें आई थी। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने मंगलवार को एसडीएम पद्धर को की थी। मंगलवार शाम को यहां थोड़ा सा भूस्खलन हुआ था, जबकि बुधवार सुबह सारा पहाड़ दरक गया।
भीषण भूस्खलन में अनुमानित सौ से अधिक कायल के पेड़ सहित अन्य प्रजाति के पेड़ भी जमींदोज हो गए। जिस स्थान पर यह भूस्खलन हुआ है, उसके ठीक नीचे पर्यटन विभाग द्वारा कैंपिंग साइट बनाई गई है। जिसके लिए कई टेंट लगाए गए थे, हालांकि यह सभी सुरक्षित हैं। घटना के बाद इन्हें यहां से हटा दिया गया है। प्रशासन ने ग्रामीणों को एहतियात बरतने के दिशा निर्देश जारी किए हैं, जबकि ऊहल नदी के रुके बहाव को खोलने की भी योजना बनाई जा रही है।
एसडीएम पद्धर डॉ. विशाल शर्मा ने कहा नायब तहसीलदार टिक्कन और क्षेत्रीय कानूनगो को स्थिति पर नजर रखने के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन को भी सूचित कर दिया है। कैंपिग साइट से सभी टेंट आदि हटा दिए हैं। किसी प्रकार का कोई जानमाल का नुकसान नहीं है। उधर, वन विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी हरदेव सिंह ने कहा भूस्खलन में सौ से अधिक कायल के पेड़ चपेट में आए हैं, जिससे महकमे को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।