सीएम जयराम ने शिमला पेयजल संकट पर पंजाब-हरियाणा से मांगी मदद

सरकार समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रयासरत है। पूर्व सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा आज जनता को भुगतना पड़ रहा है।

By Edited By: Publish:Wed, 30 May 2018 07:34 PM (IST) Updated:Thu, 31 May 2018 12:29 PM (IST)
सीएम जयराम ने शिमला पेयजल संकट पर पंजाब-हरियाणा से मांगी मदद
सीएम जयराम ने शिमला पेयजल संकट पर पंजाब-हरियाणा से मांगी मदद

थुनाग, जेएनएन। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की राजधानी शिमला में पेयजल संकट चिंताजनक बना हुआ है। लोगों को समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार पूरी तरह गंभीर है। पेयजल को लेकर रोजाना अधिकारियों के साथ बैठक कर वह खुद समीक्षा कर रहे हैं। बुधवार को अपने गृह हलके सराज के सात दिवसीय जिलास्तरीय कुथाह मेला का समापन करने के बाद जयराम ठाकुर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिमला में पेयजल संकट के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। पूर्व सरकार वर्षो से चली आ रही इस समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए कोई कारगर योजना नहीं बना पाई। सतलुज नदी व ठियोग से जिन योजनाओं का खाका अधिकारियों ने तैयार किया था। उन्हें जानबूझ कर ठंडे बस्ते में डाले रखा। कौल डैम पेयजल योजना पर गंभीरता से कार्य नहीं किया। उनकी सरकार समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रयासरत है। पूर्व सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा आज जनता को भुगतना पड़ रहा है।

शिकारी देवी के लिए हेली टैक्सी

बकौल जयराम ठाकुर, भले ही विरासत में खजाना खाली मिला है, फिर भी विकास कार्यो में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी। प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। जंजैहली को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। प्रदेश में 4 जून से हैलीटेक्सी सेवा शुरू होगी। शिकारी माता मंदिर परिसर को इस सेवा से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।

जंजैहली को सौगात

 मुख्यमंत्री ने कहा कि देश व प्रदेश हित में 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करने की आवश्यकता है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जंजैहली में लोक निर्माण विभाग का मंडल कार्यालय खोलने सहित कई विकास कार्यो की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने स्वयं संभाला मोर्चा

हिमाचल में पेयजल संकट पर स्थिति बेकाबू होने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कमान संभालने पर अधिकारी चौकन्ने हुए हैं। ओकओवर में आयोजित समीक्षा बैठक में नगर निगम शिमला के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि बुधवार को शहर के 13 वार्डों में लोगों को पानी उपलब्ध करवाया गया है। वीरवार को शिमला के दूसरे 13 वार्डो में पेयजल पहुंचाया जाएगा।

सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने मंगलवार को लोगों को शहर के कई हिस्सों में जाकर पानी लेने के लिए आने को कहा। बुधवार को वह पेयजल के लिए एकमात्र सहारा गुम्मा परियोजना की स्थिति का जायजा लेने के लिए पहुंच गए। सरकार के आला अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश की 9590 जलापूर्ति योजनाओं में से 350 योजनाओं में पानी सूख चुका है। इसके अलावा 1131 योजनाओं में भी पानी घट रहा है। शिमला शहर में पेयजल संकट का समाधान करने के लिए 11 स्थानों पर हैंडपंप लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।

हर व्यक्ति को पीने का पानी उपलब्ध करवाएंगे : जयराम

समीक्षा बैठक में पेयजल से संबंधित जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार प्रदेश के हर व्यक्ति को पीने का पानी उपलब्ध करवाएगी। पेयजल के संबंध में किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। शिमला में अब मिलेगा 14 एमएलडी पानी गुम्मा पेयजल योजना का दौरा कर लौटे सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर तीन मिलियन लीटर पर डे (एमएलडी) अधिक पानी गुम्मा पंपिग स्टेशन को छोड़ने के लिए उनसे सहमति बनाई गई है। अब शिमला शहर के लिए प्रतिदिन लगभग 14 एमएलडी पानी मिलेगा। जो पहले केवल 11 एमएलडी प्राप्त हो रहा था।

मां को सुबह से था इंतजार सिर्फ 12 मिनट रुके जयराम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सराज हलके के एक दिवसीय प्रवास के दौरान तांदी स्थित अपने घर पहुंचे। उन्होंने अपनी मां बिक्रमू देवी के पांव छूकर उनका आशीर्वाद लिया। जयराम ठाकुर ने मां व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मात्र 12 मिनट का समय व्यतीत किया। परिजनों का कुशलक्षेम पूछने के बाद जयराम ठाकुर कुथाह के लिए निकल गए। बिक्रमू देवी सुबह से ही घर के बरामदे में बैठ बेसब्री से बेटे की राह निहार रही थीं। बकौल बिक्रमू देवी, मेरा बेटा कुछ समय के लिए ही मेरे पास आता है। ‘ऐबे ना तेई टैम होदा, अबे होदा तेई पूरा प्रदेश भालना’ बिक्रमू देवी के कहने का तात्पर्य था कि अब उनके बेटे के पास समय नहीं होता है अब उन्हें पूरा प्रदेश देखना होता है। घर पहुंचने से पहले जयराम ठाकुर पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मिले। इसके बाद सीधे मां के पास गए। मुख्यद्वार पर ही मां के पांव छूकर आशीर्वाद लिया व हालचाल पूछा।

कमरे में जाने से पहले खोले जूते

जयराम ठाकुर ने अपने कमरे में जाने से पहले जूते बाहर उतार दिए। वहां कुछ काम करने के बाद परिवार के सदस्यों से मिले। परिवार के साथ चंद पल बिताने के बाद निकल गए। मुख्यमंत्री ने मां की आंखों की करवाई जांच जयराम ठाकुर ने अपनी मां की आंखों की अपनी मौजूदगी में चिकित्सक से जांच करवाई। चेकअप के बाद चिकित्सक से रिपोर्ट पर चर्चा की। 

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