ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लटका तौलिए बनाने का काम

संवाद सूत्र, मणिकर्ण/जरी : ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ जम जाने से सेब के बगीचों में तौलिए बनाने का

By Edited By: Publish:Sat, 21 Jan 2017 03:40 PM (IST) Updated:Sat, 21 Jan 2017 03:40 PM (IST)
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लटका तौलिए बनाने का काम
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लटका तौलिए बनाने का काम

संवाद सूत्र, मणिकर्ण/जरी : ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ जम जाने से सेब के बगीचों में तौलिए बनाने का कार्य लटक गया है, वहीं खाद डालने का समय भी निकलता जा रहा है। ऐसे में बागवान ¨चतित हैं। हालांकि मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बागवानों ने तौलिए बनाकर खाद आदि डालने का कार्य भी निपटा लिया है। जनवरी के शुरुआती दौर में बागवानों को विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी जाती है कि तौलिए में सुपर फास्फेट, पोटाश और कैल्शियम मिक्स कर डाली जाए, लेकिन इस बार जनवरी में जमकर बर्फबारी होने के चलते ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ की मोटी चादर जमी हुई है। हालांकि मौसम साफ होते ही बागवानों ने सेब के पौधों में कांट-छांट का कार्य आरंभ कर दिया है।

पार्वती घाटी के बागवान दिनेश शर्मा, हरि ¨सह, गोकुल चंद, चमन लाल, ओम प्रकाश, भीमसेन, अजीत ठाकुर, राजेश ठाकुर, पंकज शर्मा आदि ने कहा कि बगीचों में बर्फ जमी होने के कारण काम नहीं कर पा रहे हैं। अब मौसम साफ रहे तो कुछ ही दिनों में बागवानों को काम निपटाने का मौका मिल जाएगा।

बागवानी उपनिदेशक डॉ. रोशन लाल कहते हैं कि जितनी जल्दी हो सके बागवानों को बगीचों में तौलिए बनाकर सुपर फास्फेट, पोटाश और कैल्शियम का मिश्रण उनमें डालें। उन्होंने कहा कि सेब के पेड़ों की कांट-छांट का कार्य प्रशिक्षित लोगों से ही करवाएं तथा प्रू¨नग के बाद काटे गई जगह पर पेड़ में चौपाटी पेस्ट का लेप लगाएं।

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