एटीएम से निकालने गए थे पैसे, बटन दबाते ही पहुंच गए बिहार के सीएम राहत कोष में

Money Transfered to CM Relief Fund काला अम्‍ब में हरियाणा के दो मजदूरों के साथ हैरतअंगेज वाकया हुआ। जब ये दोनों मजदूर सुखजीत और रंजीत आठ जनवरी को भारतीय स्टेट बैंक की शाखा काला अम्‍ब से 5000 रुपये निकालने गए तो उन्होंने एटीएम का प्रयोग किया।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 16 Jan 2022 04:31 PM (IST) Updated:Sun, 16 Jan 2022 04:31 PM (IST)
एटीएम से निकालने गए थे पैसे, बटन दबाते ही पहुंच गए बिहार के सीएम राहत कोष में
काला अम्‍ब में दो मजदूरों के साथ एटीएम फ्राड हुआ है। जागरण अार्काइव

नाहन, जागरण संवाददाता। Money Transfered to CM Relief Fund, जिला सिरमौर के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र काला अम्‍ब में हरियाणा के दो मजदूरों के साथ हैरतअंगेज वाकया हुआ। जब ये दोनों मजदूर सुखजीत और रंजीत आठ जनवरी को भारतीय स्टेट बैंक की शाखा काला अम्‍ब से 5000 रुपये निकालने गए तो उन्होंने एटीएम का प्रयोग किया। एटीएम से पैसे निकालने के लिए जैसे ही इन्होंने बटन दबाए तो इनके खाते से 5000 - 5000 रुपये बिहार के मुख्यमंत्री राहत कोष के खाते में ट्रांसफर हो गए।

जब पैसे नहीं निकले, तो सुखजीत और रंजीत ने इस संदर्भ में बैंक के अधिकारियों को शिकायत भी दर्ज करवाई। मगर बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद दोनों ने पुलिस थाना काला अम्‍ब में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद काला अम्‍ब पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन में पाया कि यह पैसे तो बैंक कर्मचारियों की गलती से ट्रांसफर हुए हैं। इसे बैंक कर्मचारी ही दुरुस्त करवा सकते हैं। सुखजीत और रंजीत काला अम्‍ब के एक दवा उद्योग में कार्यरत हैं, जो कि बतौर हेलपर काम करते हैं।

सुखजीत और रंजीत गांव बटरोहन तहसील मंजुला जिला अंबाला, हरियाणा के रहने वाले हैं। सुखजीत और रंजीत ने बताया कि उन्होंने अपने पैसे रिफंड करवाने के लिए बैंक कर्मचारियों से कई बार आग्रह किया तथा लिखित में शिकायत भी दी है। मगर एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी बैंक अधिकारियों ने उनके पैसे रिफंड करवाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है।

उधर, जब इस संदर्भ में काला अम्‍ब पुलिस थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सुखजीत और रंजीत के पैसे बैंक की लापरवाही से बिहार के मुख्यमंत्री राहत कोष में ट्रांसफर हुए हैं। इसे बैंक के ही कर्मचारी दुरुस्त कर सकते हैं। इन दोनों के पैसे रिफंड भी बैंक के कर्मचारी करवा सकते हैं। इसमें आनलाइन ठगी व दूसरा कोई कारण नहीं है। इसलिए पुलिस जो सहायता कर सकती है उसके लिए तैयार हैं।

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