जहरीली शराब से मौत: शराब बनती और बिकती है पर दिखती नहीं, हिमाचल के इस जिले में हर तीसरे घर में भट्ठी

Poisonous Liquor जिला मंडी के कांगू में जहरीली शराब पीने से एक के बाद एक कई लोगों को मौत हो गई है। प्रशासन अब कार्रवाई कर रहा है लेकिन देर हो गई है। चंबा जिला में भी पुलिस की अनदेखी किसी बड़ी अनहोनी का कारण बन सकती है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 11:33 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 12:15 PM (IST)
जहरीली शराब से मौत: शराब बनती और बिकती है पर दिखती नहीं, हिमाचल के इस जिले में हर तीसरे घर में भट्ठी
जिले में पुलिस की लाख सख्ती के बाद हर तीसरे घर में बनती शराब शहर भर में बिकती भी है।

चंबा, सुरेश ठाकुर। Poisonous Liquor, हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सुंदरनगर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से एक के बाद एक सात लोगों को मौत हो गई है, ऐसे में चंबा जिला में भी पुलिस की अनदेखी किसी बड़ी अनहोनी का कारण बन सकती है। जिले में पुलिस की लाख सख्ती के बाद हर तीसरे घर में बनती शराब शहर भर में बिकती भी है। पुलिस और विभाग की सख्ती के बाद भी देसी शराब बनती और बिकती है पर अब दिखती कम है। गुप्त रूप से तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है। इसमें जिले के ग्रामीण क्षेत्र अव्वल हैं। जिलों के कई गांवों में देसी शराब बनाई जा रही है। पुलिस भी लगातार छापामारी कर अवैध शराब पकड़ रही है। बावजूद तस्करों का हौसला टूटता नजर नहीं आता है।

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हालांकि अवैध शराब के इस कारोबार में हमारे पंचायत प्रतिनिधि भी बराबर के जिम्मेदार है, क्योंकि कहां और कब शराब बनती है इसकी जानकारी इनके पास होती है, लेकिन यह पुलिस और विभाग से समन्वय बनाने में रुचि नहीं रखते हैैं। पुलिस के पहुंचने से पहले तस्करों के पास पुलिस की रेड की सूचना पहुंच जाती है। कम लागत में अधिक कमाई के चक्कर में ऐसे लोग इससे जुड़ गए हैैं, जिन्हें न जेल जाने का डर है और न सामाजिक प्रतिष्ठा हनन का। कुछ पर्दे के पीछे से खेल खेलते हैं। अब गांव-गांव में घर ही अवैध शराब के ठेके बन गए हैैं, इधर परचून की दुकानों पर भी शराब बेची जा रही है।

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खास बात ये है कि शराब का अवैध कारोबार करने वाले यह दुकानदार कच्ची और अंग्रेजी शराब का हर तरह का ब्रांड रखते हैं। बस इसके लिए तय दाम से महंगा रेट देना होता है और शराब ग्राहकों को उपलब्ध हो जाती है। गांव-गांव में अवैध रूप से बिक रही शराब के कारण अब युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में तेजी से आ रही है। चंबा के जुम्महार, साहो, तीसा, मंगला, भाला, रान आदि दर्जनों गांवों में यह अवैध शराब का कारोबार छिपाकर किया जा रहा है।

हालांकि आबकारी विभाग ने अवैध रूप से शराब बेचने वालों पर कार्रवाई की है, लेकिन परचून की दुकानों पर चलते अवैध ठेकों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती। लिहाजा चंबा जिला में बन रही अवैध तरीके से देशी शराब पर पुलिस विभाग ने शिकंजा नही कसा तो चंबा में भी मंडी जिला वाला हादसा हो सकता है। मंडी जिला में भी जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

अवैध शराब मिलने के यहां भी ठिकाने

चंबा के हाईवे पर संचालित कई ढाबों पर बिकती है अवैध शराब गांव से शहर के मोहल्लों में होती है सप्लाई। जिले की सीमाक्षेत्र के गांवों में बिकती हैं अवैध देशी और अंग्रेजी शराब शाम पांच बजे के बाद शहर के ढाबों में बिकती है शराब

विभाग जिम्मेदार कार्रवाई के नाम पर करता है खानापूर्ति

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र में खुलेआम शराब बेची जा रही है। विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया गया है, इसके बावजूद विभाग के जिम्मेदार कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते हैं। अवैध कारोबारियों का गोरखधंधा जैसा चल रहा है। इसलिए इन्हें किसी की कोई परवाह नहीं है।

क्‍या कहते हैं अधिकारी

एएसपी चंबा विनोद धीमान का कहना है शराब निर्माण व बिक्री की सूचना मिलते ही छापामारी की जाती है।  संबंधित विभाग शराब तस्करों पर नकेल कसने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। पुलिस विभाग विशेष टीम का गठन कर शहर में शराब की अवैध तस्करी को पूरी तरह से रोक लगाएगा। राज्‍य कर एवं आबकारी विभाग चंबा के उपायुक्‍त नरेंद्र सेन का कहना है चंबा में अवैध शराब की तस्करी पर विभाग की ओर से समय समय पर छापामारी कर कार्रवाई की जाती है। विभाग इस अभियान को ओर तेज करेगा।

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