हिमाचल में दीवारों में झलकेगा प्रदेश के विकास का रंग, पढ़ें पूरा मामला
हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व दिवस का सफर अब दीवार में बनी पेंटिंग में दिखेगा। सभी जिलों में हिमाचल राज्यत्व दिवस की तैयारियां विभिन्न स्तर पर अलग-अलग ढंग से चल रही हैं। पच्चास सालों के इस सफर को यादगार बनाने के लिए विभाग ने कमर कस ली है।
धर्मशाला, नीरज व्यास। हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व दिवस का सफर अब दीवार में बनी पेंटिंग में दिखेगा।
हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में हिमाचल राज्यत्व दिवस की तैयारियां विभिन्न स्तर पर अलग-अलग ढंग से चल रही हैं। ऐसे में जिला कांगड़ा में प्रयास किया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्यत्व दिवस के पच्चास साल पूरे होने का सफर कांगड़ा की प्रमुख दीवारों पर पेंटिंग के माध्यम से दर्शाया जाएगा। विकास के जुड़े़ अलग-अलग व नए अध्याय भी दीवार पेंटिंग के माध्यम से जनता के सामने प्रस्तुत किए जाएंगे।
इसके लिए जिला कांगड़ा के प्रमुख शहरों, मुख्य मार्गों से सटी महत्वपूर्ण दीवारों व पर्यटन नगरी धर्मशाला व मैक्लोडगंज में भी दीवार पेंटिंग की जाएगी। इसके लिए प्रशासन तैयारी कर रहा है। जबकि इस कार्यक्रम के लिए ओवर आल समन्वयक जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग कर रहा है।
18 दिसंबर 1970 को हिमाचल प्रदेश एक्ट पास किया गया। 25 जनवरी 1971 को हिमाचल को पूर्ण राज्य
का दर्जा मिला। 25 जनवरी 1971, यह वही दिन था जब हिमाचल को पूर्ण राज्य के रूप में एक अलग पहचान मिली थी। इस दिन हिमाचल प्रदेश, भारत देश का 18वां राज्य बना।
पच्चास सालों के इस सफर को यादगार बनाने के लिए विभाग ने कमर कस ली है। पच्चास साल पहले का हिमाचल हर साल विकास की रफ्तार पकड़ते हुए आगे बढ़ा है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन व अन्य सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है। जिला में प्रमुख स्थलों पर दीवारों पर मेरा हिमाचल थीम पर आधारित वॉल राइटिंग एवं वॉल पेंटिंग की जाएंगी। राष्ट्रीय उच्चमार्ग के अधिकारियों, महाविद्यालय, भाषा एवं संस्कृति विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर प्रमुख स्थलों पर वॉल राइटिंग/पेंटिंग करवाने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित
करेंगे।
जिला कांगड़ा के भाषा एवं संस्कृति विभाग के अधिकारी सुरेश राणा ने बताया कि हिमाचल पूर्ण राज्यत्व के पच्चास वर्ष के विकास को दीवारों पर पेंटिंग के माध्यम से दर्शाया जाएगा। वाल राइटिंग के अलावा वाल पेंटिंग व अन्य कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश में अलग-अलग तरह से आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए यहां भी तैयारी की जा रही है।