उत्तराखंड को फूलों की खेती सिखाएगा सीएसआइआर

सीएसआईआर-आईएचबीटी पालमपुर की ओर से उत्तराखंड राज्य में लोगों की आजीविका के सुधार के तहत औषधीय और सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 11:58 PM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 11:58 PM (IST)
उत्तराखंड को फूलों की खेती सिखाएगा सीएसआइआर
उत्तराखंड को फूलों की खेती सिखाएगा सीएसआइआर

संवाद सहयोगी, पालमपुर : सीएसआइआर-आइएचबीटी पालमपुर उत्तराखंड के लोगों को फूलों की खेती सिखाएगा। उत्तराखंड में लोगों की आजीविका के सुधार के तहत औषधीय और सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को पीपुल्स एडवांसमेंट एंड एक्शन रिसर्च एसोसिएशन (एपीएएआर) नई दिल्ली के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। सीएसआइआर-आइएचबीटी गुणवत्तायुक्त रोपण सामग्री के लिए नर्सरी की स्थापना, किसानों को प्रशिक्षण और फसलों से तेल निकालने के लिए इकाइयों की स्थापना में तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।

किसानों के साथ संपर्क पीपुल्स एडवांसमेंट एंड एक्शन रिसर्च एसोसिएशन ई दिल्ली द्वारा किया जाएगा। सीएसआइआर-आइएचबीटी के निदेशक डॉ. संजय कुमार के मुताबिक पारंपरिक हिमालयी कृषि फसलों में मौसम के विचलन और जलवायु परिवर्तन, जंगली जानवरों से खतरे और फसलों के उचित मूल्य न मिलने से इस खेती से किसान दूर होते जा रहे हैं, लेकिन हिमालय के राज्य में उच्च मूल्य की औषधीय और सुगंधित फसलों की खेती के लिए अपार संभावनाएं एवं अवसर उपलब्ध हैं। यह खेती न केवल उत्पादों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मांगों को पूरा करती हैं बल्कि किसानों की आजीविका को भी बढ़ावा देती हैं। इन फसलों में किसानों की आय को दो से तीन गुना बढ़ाने की क्षमता है। एपीएएआर के प्रतिनिधि दक्ष गुप्ता ने आशा व्यक्त की कि सीएसआइआर-आइएचबीटी के साथ हाथ मिलाकर उन्हें उत्तराखंड राज्य में उच्च मूल्य वाली फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए आक्रामक रूप से किसानों को प्रोत्साहित करने में विशेष ऊर्जा प्राप्त होगी।

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