हिमाचल में बढ़ा नशे का कारोबार, तस्करी में महिलाएं भी शामिल; एक साल में पकड़े रिकॉर्ड मामले
Drugs Smuggling in Himachal नशे को जड़ से खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार की कोशिशों के बावजूद नशे का कारोबार बढ़ता जा रहा है।
शिमला, जेएनएन। नशे को जड़ से खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार की कोशिशों के बावजूद नशे का कारोबार बढ़ता जा रहा है। पिछले साल की तुलना में पुलिस ने ज्यादा मामले पकड़े हैं। नशे के कारोबार में महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने इस साल नौ महिलाओं को नशीला पदार्थ बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। चरस, अफीम, चिट्टा सहित अन्य नशे के कारोबार में शिमला पुलिस ने सैकडों आरोपितों को दबोचा है।
राजधानी ही नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवा भी इसकी चपेट में हैं। पुलिस ने पिछले साल नशे के खिलाफ 156 मामले दर्ज किए थे। इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 165 हो गया है। सबसे ज्यादा मामले चिट्टे के पकड़े गए हैं। पुलिस ने चिट्टे के 88 मामले दर्ज किए हैं। सौ से अधिक युवाओं को पुलिस ने चिट्टे के साथ हिरासत में ले लिया है, मगर इसके बावजूद अन्य राज्यों से शिमला के लिए ऐसे नशे की सप्लाई हो रही है। इसके साथ चरस, अफीम और गांजा के माफिया पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने पूरे साल मुहिम भी छेड़ी।
बरसात के दौरान पुलिस सहित अन्य एनजीओ ने भांग की खेती को नष्ट करने के लिए विशेष अभियान शुरू कर दिया था, लेकिन कारोबार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इन दिनों भी चिट्टे के नशे में शिमला के कई युवा संलिप्त हैं। बताया गया कि चिट्टे के माफिया अधिकांश पड़ोसी राज्यों से हैं। सबसे महंगे नशे का प्रयोग करने वाले युवा अपने घरों से चोरी कर उसे पूरा करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचा नशे का कारोबार
नशे का कारोबार अब केवल शहरी क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है। बल्कि नशे का कारोबार ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच गया है। पुलिस ने इस साल 73 मामले शहरी क्षेत्रों में दर्ज किए हैं जबकि 81 मामले ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा चिट्टा 628 ग्राम पुलिस थाना ठियोग के तहत आरोपित दिमेश्वर दत्त से पकड़ा था। इसके अलावा पुलिस थाना सदर के तहत महिला आरोपित से 378 ग्राम चिट्टा पकड़ा गया था। 2018 में 218 पुरुष और चार महिलाएं पकड़ी गई थीं। जबकि इस साल 240 पुरुष और नौ महिलाएं पकड़ी गई हैं। पुलिस के अनुसार पकड़े गए युवाओं में 21 से 30 साल के युवा हैं जिन्हें नशे के पदार्थों के साथ पकड़ा गया है।
युवाओं को कर रहे जागरूक : एसपी
पुलिस अधीक्षक ओमापति जम्वाल ने कहा नशे का कारोबार रोकने के लिए थाना व पंचायत स्तर पर 275 समितियों का गठन किया गया है। इस अभियान के तहत 4,112 सदस्यों को इसमें जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों को भी इस अभियान के तहत जागरूक किया गया है। उन्हें नशे के दुष्परिणाम के बारे में बताया जा रहा है। पुलिस ने अभी तक अभियान के तहत 24 हजार बच्चों को जागरूक किया है।