नूरपुर का नाम बदलने की व‍िह‍िप ने उठाई आवाज, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

श‍िमला के बाद अब व‍िहि‍प ने नूरपुर का नाम भी बदलने की मांग उठाई है।

By Munish DixitEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 03:09 PM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 03:09 PM (IST)
नूरपुर का नाम बदलने की व‍िह‍िप ने उठाई आवाज, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
नूरपुर का नाम बदलने की व‍िह‍िप ने उठाई आवाज, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

जेएनएन, नूरपुर। शिमला के नाम को बदलने की अटकलों के बीच ज‍िला कांगड़ा के नूरपुर में भी नूरपुर का नाम बदलने की मांग उठना शुरू हो गई है। सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद के विभाग अध्यक्ष उदय पठानिया की अगुवाई में हिंदू संगठन ने नूरपुर में एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में नूरपुर का नाम बदलकर वजीर राम सिंह नगर रखने की मांग की। ह‍िंदू संगठनों की दलील है कि नूरपुर का नूरपुर नाम नूरजहां के नाम पर रखा गया था जो आज भी मुगलों की दास्तां का प्रतीक है और इसे शीघ्र बदलना चाहिए।

उन्होंने मांग की नूरपुर का नाम वजीर राम सिंह पठानिया के नाम पर राम सिंह नगर रखा जाए। इस मौके पर नूरपुर-चंबा विश्व ह‍िंदू परिषद के विभाग अध्यक्ष उदय पठानिया ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वजीर राम सिंह पठानिया ने 1857 से भी 11 साल पहले 1846 में अंग्रेजों के खिलाफ आजादी का बिगुल फूंक दिया था और स्थानीय युवकों को साथ लेकर कई सालों तक अंग्रेजों को नाकों चने चबाये । उन्होंने बताया कि वजीर राम सिंह पठानिया ऐसे वीर थे जिन्होंने 1846 से 1849 तक लगातार छापामार युद्ध द्वारा अंग्रेजो को सीधी चुनौती दी थी।

इसके बाद अंग्रेजो ने धोखे से उन्हें पकड़कर रंगून की मैलोमियन जेल भेजा गया और उन्हें आजीवन कारावास दिया गया । उनपर राजद्रोह,कत्ल, लूटमार, और आगजनी के आरोप लगाए गए जिस पर उन्हें मृत्युदंड की

सजा सुनाई गई थी लेकिन बाद में तत्कालीन गवर्नर ने 11 अक्टूबर 1849 को मृत्यु दंड को आजीवन कारावास में बदला गया , उसके बाद 11 नवम्बर 1856 को अंग्रेजों द्वारा दी गई गंभीर यातनाओं के बाद उन्होंने प्राण न्यौछाबर कर दिए। इसी को ध्यान में रखते हुए इन ह‍िंदू संगठनों ने नूरपुर के नाम को बदलकर राम सिंह नगर

रखने की मांग की है ताकि लोग भावी पीढियां उनसे प्रेरणा ले सके।

इस मौके पर बजरंग दल के प्रांत सुरक्षा प्रमुख सभ्य लोहटिया ,प्रचार प्रसार जिला प्रमुख शेखर पठानिया, प्रखंड कार्य अध्यक्ष ऋषी डोगरा, प्रखंड मंत्री राजेश पठानिया सहित विश्व ह‍िंदु परिषद तथा बजरंग दल के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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