नगर परिषद का दर्जा तो मिला, पर विकास से कोसो दूर है देहरा

तहसील देहरा नगर परिषद का दर्जा तो पा गई है परंतु विकास के रूप से पिछड़ेपन के चलते देहरा एक छोटे कस्बे से आगे नहीं बढ़ पाया है। देहरा का अस्तित्व लगभग समाप्त हुआ जा रहा है। अब देहरा के विकास की एक मात्र आस यहां सीयू स्थापना से है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Sat, 26 Dec 2020 01:05 PM (IST) Updated:Sat, 26 Dec 2020 01:05 PM (IST)
नगर परिषद का दर्जा तो मिला, पर विकास से कोसो दूर है देहरा
देहरा आज भी एक छोटे कस्बे से आगे नहीं बढ़ पाया है।

देहरा, संदीप शर्मा। देहरा क्षेत्र नगर परिषद का दर्जा तो पा गया है, परंतु विकास के रूप से पिछड़ेपन के चलते देहरा एक छोटे कस्बे से आगे नहीं बढ़ पाया है। पिछली कांग्रेस सरकार के समय में ज्वालामुखी उपमंडल, हरिपुर, डाडासीबा तहसील एवं परागपुर उपतहसील के नए जन्म से देहरा को विभाजन रूपी ऐसे जख्म मिले हैं कि देहरा का अस्तित्व ही लगभग समाप्त सा हुआ जा रहा है।

अब देहरा के विकास की एक मात्र आस यहां सीयू स्थापना से है। अगर देहरा में सीयू स्थापना का स्वप्न भी अधूरा ही रहता है तो यह देहरा के दुर्भाग्य की अति ही कही जाएगी। हमेशा से भाजपा का गढ़ रही देहरा नगरपरिषद के सात वार्ड हैं। किसी को यह याद नहीं है कि कब एक दो बार को छोड़ दिया जाए तो इस  नगरपरिषद में कांग्रेस का कब्जा हुआ हो। पिछली बार के चुनावों में भी सात वार्डों में कांग्रेस की एक पार्षद सुदर्शना वालिया ही थीं। अन्य 6 वार्डों में भाजपा ने जीत का परचम फहराया था। कांग्रेस नेत्री विप्लव ठाकुर की देहरा के प्रति उदासीनता एवं सेकेंड लाइन लीडरशिप को न पनपने देने की उनकी आदत के चलते पार्टी देहरा में संगठन विहीन अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है।

देहरा नगरपरिषद की भूगोलिक स्थिति

देहरा नगर परिषद में सात वार्ड हैं। यहां कुल 3609 मत हैं। यहां महिला मतदाताओं की संख्या 1855 एवम पुरुष मतदाताओं की संख्या 1754 है।

पूर्व में आरक्षण की क्या स्थिति थी

पूर्व चुनावो में देहरा नगर परिषद का वार्ड नंबर 1 ओपन महिला, वार्ड नंबर दो अनारक्षित, वार्ड नंबर तीन एससी महिला, वार्ड नंबर चार अनारक्षित महिला, वार्ड नंबर 5 एससी अनारक्षित, वार्ड नंबर 6 अनारक्षित जबकि वार्ड नंबर 7 महिला अनारक्षित था। नगर परिषद अध्यक्ष पद ओपन महिला के लिए आरक्षित था। वार्ड नंबर 3 से एससी महिला आरक्षित सीट से जीत दर्ज कर सुनीता कुमारी लगातार दूसरी बार देहरा नगर परिषद का अध्यक्ष पद कब्जा कर यहां भाजपा की जीत पर मोहर लगाई थी। पिछली बार देहरा नगर परिषद अध्यक्ष पद एससी महिला के लिए आरक्षित था। वार्ड नंबर दो अनारक्षित सीट से भारी जीत दर्ज कर भाजपा के ही मलकीयत परमार यहां से उपाध्यक्ष पद पर काबिज हुए थे।

इस बार के चुनावों में आरक्षण की स्थिति

इस बार के नगरपरिषद चुनावों में वार्ड नंबर 1 अनारक्षित, वार्ड नंबर 2 एससी रिजर्व, वार्ड नंबर 3 अनारक्षित, वार्ड नंबर 4 महिला एससी रिजर्व, वार्ड नंबर 5 ओपन लेडी रिजर्व, वार्ड नंबर 6 ओपन लेडी रिजर्व जबकि वार्ड नंबर सात अनारक्षित है। देहरा नगरपरिषद का अध्यक्ष पद इस बार अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित है।

क्या है दिग्गजों की स्थिति

इस बार यूं तो कोई बड़ा राजनीतिक चेहरा या पार्टी पदाधिकारी चुनाव मैदान में नहीं है। परंतु जहां वार्ड नंबर 3 एससी महिला रिजर्व से चुनाव लड़ कर आसान जीत दर्ज की थी। वहीं इस बार वार्ड नंबर तीन अनारक्षित है। परंतु बावजूद इसके वर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष  सुनीता कुमारी इस अनारक्षित वार्ड से चुनावी जीत हासिल करने का मन बनाए हुए हैं। वहीं निवर्तमान नगर परिषद उपाध्यक्ष मलकीयत परमार का पुराना वार्ड नंबर 2 एससी रिजर्व है। ऐसे में मलकियत परमार इस बार वार्ड नंबर 7 से चुनावी ताल ठोक चुके हैं।

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