Coronavirus: सीएम जयराम ठाकुर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांगी पीपीई किट और वेंटिलेटर

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार से राज्य में रैपिड डायग्नोस्टिक किट के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट उपलब्ध करवाने का आग्रह किया

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Fri, 10 Apr 2020 06:08 PM (IST) Updated:Fri, 10 Apr 2020 06:08 PM (IST)
Coronavirus: सीएम जयराम ठाकुर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांगी पीपीई किट और वेंटिलेटर
Coronavirus: सीएम जयराम ठाकुर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांगी पीपीई किट और वेंटिलेटर

शिमला, जेएनएन। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार से राज्य में रैपिड डायग्नोस्टिक किट के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट उपलब्ध करवाने का आग्रह किया, ताकि मौजूदा चिकित्सा सुविधाओं को प्रभावी ढंग से COVID-19 से लड़ने के लिए मजबूत किया जा सके। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से राज्य को 60 वेंटिलेटर प्रदान करने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री को सुनिश्चित किया कि केंद्र सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

जयराम ठाकुर ने कहा आज तक राज्य सरकार ने राज्य में COVID-19 अस्पतालों के रूप में छह अस्पतालों को अधिसूचित किया है, जिसमें लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक मंडी, ईएसआईसी अस्पताल बद्दी, हमीरपुर जिले में चेरिटेबल अस्पताल भोटा, एसएस मेमोरियल आशीर्वाद अस्पताल चंबा, सिविल अस्पताल सराहन और जिला कांगड़ा में अग्रवाल अस्पताल ज्वालामुखी शामिल हैं।

सरकार ने राज्य में सक्रिय केस फाइंडिंग अभियान शुरू किया है, जिसके तहत डोर टू डोर अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता 60 लाख से अधिक लोगों से उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ करने के लिए पहुंचे हैं। इससे राज्य सरकार को किसी भी तरह के संक्रमण वाले लोगों की पहचान करने में मदद मिली है। अगले दो दिनों में पूरे राज्य को इस अभियान के तहत कवर किया जाएगा। सरकार ने राज्य में लगभग 50 स्वास्थ्य उपकेंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टेली-मेडिसिन सुविधाएं शुरू की हैं। विशेषज्ञ सलाहकार इन केंद्रों के माध्यम से चिकित्सा परामर्श प्रदान कर रहे थे।

राज्य में क्वारंटाइन सुविधा के लिए लगभग 6600 बिस्तरों की क्षमता है और अलगाव के लिए 510 बिस्तरों की उपलब्धता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, राज्य में COVID-19 सकारात्मक रोगियों के लिए 450 बिस्तर उपलब्ध थे। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार प्रभावी रूप से राज्य में कर्फ्यू लागू कर रही है और कर्फ्यू में ढील के दौरान सामाजिक गड़बड़ी को भी सुनिश्चित कर रही है, ताकि लोग दैनिक जरूरत की वस्तुओं की खरीद कर सकें। इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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