जयराम बोले कोरोना से स्थिति चिंताजनक पर घबराने की जरूरत नहीं, अन्य राज्यों से लौटने वाले रहें आइसोलेशन में

प्रदेश में कोरोना के कारण स्थिति चिंताजनक है पर घबराने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि राज्य सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। देश के अन्य हिस्सों से राज्य में वापिस आने वालों से आग्रह किया कि वे होम आइसोलेशन में रहें

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 06:32 AM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 06:32 AM (IST)
जयराम बोले कोरोना से स्थिति चिंताजनक पर घबराने की जरूरत नहीं, अन्य राज्यों से लौटने वाले रहें आइसोलेशन में
प्रदेश में कोरोना के कारण स्थिति चिंताजनक है पर घबराने की कोई जरुरत नहीं है

शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Coronavirus Update, प्रदेश में कोरोना के कारण स्थिति चिंताजनक है पर घबराने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि राज्य सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। देश के अन्य हिस्सों से राज्य में वापिस आने वाले प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे एक सप्ताह तक अपने घरों में होम आइसोलेशन में रहे और यदि कोई लक्षण हो तो स्वेच्छा से कोविड परीक्षण करवाएं। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2021 के अवसर पर शिमला से वर्चुअली माध्यम से राज्य के पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के चुने हुए प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों और मानक संचालन प्रक्रिया का कड़ाई से पालन करने के लिए लोगों को प्रेरित करें।संबंधित पंचायतों में होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की सहायता करने के अतिरिक्त लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए भी प्रेरित करें।

पंचायती राज संस्थाओं के लिए धन कोई कमी नहीं है। 15वें वित्त आयोग ने राज्यों में पंचायतों के लिए 16,00 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। राज्य सरकार ने इसमें से 200 करोड़ रुपये पंचायतों के लिए जारी कर दिए हैं। पंचायती राज संस्थाओं के चुने हुए प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि अपनी-अपनी पंचायतों में सभी विकासात्मक परियोजनाओं में गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करें। इस महामारी की पहली लहर के दौरान पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों के प्रतिनिधियों ने इस महामारी के कारण उत्पन्न संकट में लोगों की सहायता करने में सराहनीय कार्य किया है। इस बार वायरस का प्रसार अधिक तेज और ज्यादा घातक है जो चिंता का विषय है। ऐसे में पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों की भूमिका और बढ़ गई है। प्रर्वू मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल वर्चुअली शामिल हुए। स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल सहित अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने ऊना ज़िला के थानाकलां, मण्डी ज़िला के थुनाग और हमीरपुर ज़िला के अवाहदेवी में तीन टेलीमेडिसन केन्द्रों का वर्चुअली शुभारंभ भी किया। उन्होंने कहा कि राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को विशेष सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। टेलीमेडिसिन केन्द्र इन क्षेत्रों के लोगों को बेहतर विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध होंगे।

केन्द्रीय वित्त और काॅरपोरेट मामले के राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि टेलीमेडिसिन सेवाओं से दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को अपने घर द्वार के नजदीक विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होगीं। दूरदराज के क्षेत्र के लोगों को टेलीमेडिसिन सेवाएं उपलब्ध करवाना प्रौद्योगिकी के प्रभावी उपयोग का बेहतरीन उदाहरण है।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण आधारभूत इकाई है। प्रदेश सरकार राज्य के अन्य दूर-दराज के क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से टेलीमेडिसिन सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने पुरस्कार प्राप्त करने वाली पंचायतों को बधाई देते हुए कहा कि इससे अन्य पंचायतों को बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी।

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