Anjani Mahadev: गिरता झरना बर्फ बन धारण कर रहा शिवलिंग का आकार, नंगे पांव पहुंच रहे सैलानी

Anjani Mahadev मनाली से 25 किलोमीटर दूर सोलंगनाला के पास अंजनी महादेव में साढ़े 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बना प्राकृतिक शिवलिंग इन दिनों सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। शिवलिंग को देखने के लिए सैलानियों के यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 11 Feb 2021 12:54 PM (IST) Updated:Thu, 11 Feb 2021 02:17 PM (IST)
Anjani Mahadev: गिरता झरना बर्फ बन धारण कर रहा शिवलिंग का आकार, नंगे पांव पहुंच रहे सैलानी
अंजनी महादेव से गिरता झरना बर्फ बनकर शिवलिग का रूप धारण कर रहा है।

मनाली, जसवंत ठाकुर। Anjani Mahadev, मनाली से 25 किलोमीटर दूर सोलंगनाला के पास अंजनी महादेव में साढ़े 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बना प्राकृतिक शिवलिंग इन दिनों सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। शिवलिंग को देखने के लिए सैलानियों के यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस शिवलिंग का आकार 30 फीट से अधिक ऊंचा हो गया है। अंजनी महादेव से गिरता झरना बर्फ बनकर शिवलिग का रूप धारण कर रहा है। शिवलिंग का आकार फरवरी के अंतिम सप्ताह तक बढ़ेगा। तापमान शून्य पर रहने से इसके आकार में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शिवलिंग अप्रैल, मई व जून में सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।

धार्मिक आस्था का बना प्रतीक

मान्यता है कि त्रेता युग में माता अंजनी ने पुत्र प्राप्ति और मुक्ति पाने के लिए तपस्या की थी और भगवान शिव ने दर्शन दिए थे। तभी से यहां पर प्राकृतिक तौर पर बर्फ का शिवलिंग बनता है। मान्यता यह भी है कि इस शिवलिंग के दर्शन करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है।

बर्फ में सौ मीटर नंगे पांव होता है सफर

अंजनी महादेव के दर्शन नंगे पांव चलकर किए जाते हैं और श्रद्धालुओं को यह बर्फ नुकसान नहीं पहुंचाता है। पर्यटक श्रद्धालु सौ मीटर की दूरी नंगे पांव तय करते है। स्थानीय निवासी गोकल,  रूप लाल व  पूर्ण जगदीश ठाकुर का कहना है कि यह दैवीय चमत्कार ही है कि बर्फ में नंगे पांव चलने से भी श्रद्धालुओं को कोई नुकसान नहीं होता। उन्होने बताया कि  इन दिनों यहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है लेकिन अटल टनल के बन्द होने के बाद यहां पर्यटकों का सैलाब उमड़ा है।

रोहतांग की तर्ज पर हो रहा लोकप्रिय

मनाली का पर्यटनस्थल रोहतांग देश व दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। साथ हु अटल टनल रोहतांग भी सैलानियों की पहली पसन्द बनी हुई है। लेकिन अब अंजनी महादेव भी लोकप्रिय हो रहा है। मनाली से सोलंगनाला तक का 15 किलोमीटर का सफर टैक्सी से कर सकते हैं। सोलंगनाला से अंजनी महादेव तक पांच किलोमीटर का सफर पैदल या घोड़ों से तय किया जा सकता है।

अंजनी महादेव के समीप बन रहा एडवेंचर पार्क

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि अंजनी महादेव के समीप ही एडवेंचर पार्क बनाया जा रहा है। मनाली के अनछुए पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है।

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