कृषि विवि पालमपुर में नए सिरे से भरे जाएंगे गैर शिक्षकों के पद, 11 हजार युवाओं को झटका; अब 90 पदों पर भर्ती

हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में गैरशिक्षक पदों की आस लिए हजारों युवाओं को झटका लगा है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Sun, 29 Dec 2019 08:30 AM (IST) Updated:Sun, 29 Dec 2019 08:30 AM (IST)
कृषि विवि पालमपुर में नए सिरे से भरे जाएंगे गैर शिक्षकों के पद, 11 हजार युवाओं को झटका; अब 90 पदों पर भर्ती
कृषि विवि पालमपुर में नए सिरे से भरे जाएंगे गैर शिक्षकों के पद, 11 हजार युवाओं को झटका; अब 90 पदों पर भर्ती

पालमपुर, शारदाआनंद गौतम। हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में गैरशिक्षक पदों की आस लिए हजारों युवाओं को झटका लगा है। जुलाई में जो लिखित परीक्षा युवाओं ने दी थी वह रद हो गई है। अब विवि प्रशासन भर्ती नए सिरे से करेगा। विगत तीन वर्ष से चल रही भर्ती प्रक्रिया के विवाद में पडऩे के कारण विवि प्रशासन को यह निर्णय लेना पड़ा है। लिहाजा अब गैरशिक्षकों के जिन 50 पदों के लिए लिखित परीक्षा हुई थी, वह रद कर दी गई है। कुलपति डॉक्टर अशोक कुमार सरियाल ने बताया कि विवि में जल्द 90 गैरशिक्षक पदों की भर्ती के लिए प्रक्रिया आरंभ होगी।

बहरहाल हालत यह है कि कृषि विश्वविद्यालय में लगातार गैरशिक्षकों का आंकड़ा कम हो रहा है मगर नई भर्ती के नाम पर विवि प्रशासन के हाथ खड़े हो गए हैं। करीब तीन वर्ष से विवि प्रशासन गैरशिक्षकों के पदों को भरने की प्रक्रिया में जुटा है मगर इसे समय रहते पूरा नहीं किया जा सका और संस्थान में स्थिति विस्फोटक बनती जा रही है। भर्ती प्रक्रिया के लिए करीब 11 हजार युवाओं ने आवेदन किया था। छंटनी प्रक्रिया के बाद जुलाई में विवि प्रशासन ने अपने स्तर पर लिखित परीक्षा का आयोजन किया था। लिखित परीक्षा को लेकर विवाद पैदा हुआ और कुछ अभ्यर्थियों ने इसे न्यायालय में चुनौती दे दी।

बताते हैं कि जो प्रश्नपत्र इसमें डाला गया था उसमें कंप्यूटर से संबंधित प्रश्न न होकर कॉमर्स की अधिकता थी। सूत्र खुलासा करते हैं कि इस भर्ती को लेकर विवि प्रशासन पर दबाव भी था। यही कारण रहा कि गैरशिक्षकों के पदों के लिए जितनी संख्या में आवेदन आए थे, उसे देखते हुए लिखित परीक्षा हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के माध्यम से करवाई जानी चाहिए थी, मगर विवि प्रशासन ने अपने स्तर पर छंटनी के बाद 21 जुलाई को परीक्षा करवाई थी। जिन युवाओं ने परीक्षा दी थी, वे लंबे समय से परिणाम का इंतजार कर रहे थे पर भर्ती प्रक्रिया के खटाई में पडऩे के बाद उनकी आशाओं पर पानी फिर गया है। बताते हैं पूर्व कुलपति डॉक्टर केके कटोच ने इन पदों को स्वीकृत करवाया था लेकिन अब यह मामला खटाई में पड़ गया है।

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