प्रभु सिमरन मानव को लगाता है भवसागर से पार : आचार्य रैणा

संवाद सूत्र, जवाली : दुर्गा शिव शक्ति मंदिर भाली में शनिवार को विश्व शाति के लिए 63वा नौ कुंडीय श्री

By Edited By: Publish:Sun, 03 May 2015 12:22 AM (IST) Updated:Sun, 03 May 2015 12:22 AM (IST)
प्रभु सिमरन मानव को लगाता है भवसागर से पार : आचार्य रैणा

संवाद सूत्र, जवाली : दुर्गा शिव शक्ति मंदिर भाली में शनिवार को विश्व शाति के लिए 63वा नौ कुंडीय श्री गायत्री महायज्ञ करवाया गया। इसमें आचार्य पंडित मस्तराम रैणा विशेष रूप से शामिल हुए। आचार्य रैणा ने 16 बालकों को यज्ञोपवीत धारण करवाया। उन्होंने कहा कि मानव अपने कर्मो से ऊपर उठता है और कर्मो से नीचे उतरता है। मानव योनि सब योनियों से श्रेष्ठ है तथा मानव योनि 84 लाख योनियों को भोगने के उपरात प्राप्त होती है। प्रभु का नाम किसी भी अवस्था में जपा जा सकता है तथा इसके लिए हमें विशेष समय की जरूरत भी नहीं है। उन्होंने कहा कि काम, क्रोध, लोभ, मोह, माया हमारे सबसे बड़े दुश्मन हैं, हमें इन सबका त्याग करके भगवान के चरणों में ध्यान लगाना चाहिए। प्रभु का सिमरन ही मनुष्य को मरणोपरात भवसागर से पार लगाता है। श्री गायत्री महायज्ञ में पूर्णाहुति डालने के बाद भंडारा लगाया गया। इस मौके पर पंडित संजीव कुमार दियोल, पंडित अरुण कुमार, पंडित विपिन कुमार, पंडित संजय शर्मा मौजूद रहे।

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