दियोटसिद्ध में असुरक्षित सरायों से हो सकता है बड़ा हादसा

संवाद सहयोगी, बड़सर : बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में प्रशासन निजी सरायों के प्रबंधकों के खिलाफ शि

By Edited By: Publish:Sun, 29 Mar 2015 09:02 PM (IST) Updated:Sun, 29 Mar 2015 09:02 PM (IST)
दियोटसिद्ध में असुरक्षित सरायों से हो सकता है बड़ा हादसा

संवाद सहयोगी, बड़सर : बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में प्रशासन निजी सरायों के प्रबंधकों के खिलाफ शिकंजा कसने में नाकाम रहा है। दियोटसिद्ध में एक निजी सराये की दो मंजिलों को असुरक्षित होने के बावजूद न तो प्रशासन गिरा पाया है और न ही प्रबंधकों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई। प्रशासन ने यहां पर निजी सराये की दो मंजिलों पर श्रद्धालुओं को ठहराने पर प्रतिबंध लगाकर अपने क‌र्त्तव्य से इतिश्री कर ली है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही से यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस जर्जर सराये की ऊपरी मंजिल पर पानी की बड़ी-बड़ी टंकियां रखी गई हैं, जो कभी भी हादसे का कारण बन सकती हैं। प्रशासन ने यहां पर प्रतिबंध के साइन बोर्ड तक नहीं लगाए हैं। आजकल चल रहे चैत्र मास मेलों के दौरान जर्जर सराय का कोई भी हिस्सा गिरकर बड़े हादसे का कारण बन सकता है। पिछले साल भी दियोटसिद्ध बाजार में स्थित निजी धर्मशाला का जर्जर हो चुका छज्जा दुकान पर गिर गया था, जिससे दुकान में बैठे तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मामले ने जब तूल पकड़ा तो न्यास प्रशासन द्वारा मंदिर न्यास अधिकारी के नेतृत्व में गठित कमेटी ने सरायों को असुरक्षित घोषित कर दिया।

स्थानीय व्यापारियों ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को शिकायत पत्र भेजकर सराय प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें कि दियोटसिद्ध में दशकों पहले बनी और भी कई ऐसी सराएं हैं, जो काफी जर्जर हो चुकी हैं। सरायों की प्रबंधक समिति भी इनके रखरखाव तथा हालत सुधारने पर कोई ठोस कदम नहीं उठाती है।

इस बारे में मंदिर न्यास अध्यक्ष एवं एसडीएम बड़सर अक्षय सूद का कहना है कि सरायों को असुरक्षित घोषित किया गया है। चैत्र मास मेले के उपरांत कार्रवाई की जाएगी।

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