हिम्मत से तोड़ा कोरोना का दम

शारदाआनंद गौतम पालमपुर क्वारंटाइन सेंटर में लोगों के लिए हिम्मत बनी डॉ. रीना को पता नह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Jun 2020 04:34 PM (IST) Updated:Wed, 01 Jul 2020 06:18 AM (IST)
हिम्मत से तोड़ा कोरोना का दम
हिम्मत से तोड़ा कोरोना का दम

शारदाआनंद गौतम, पालमपुर

क्वारंटाइन सेंटर में लोगों के लिए हिम्मत बनी डॉ. रीना को पता नहीं था कि वह सेवाएं देते खुद कोविड-19 की चपेट में आ जाएंगी। क्वारंटाइन सेंटर में लाए जाने वाले लोगों का डॉ. आत्मविश्वास मजबूत कर रही थीं। काम ईमानदारी से किया और सेवाएं देते-देते कोरोना पॉजिटिव हो गई। स्वजनों से मिली हिम्मत के कारण ही कोरोना को मात दे दी।

राधास्वामी सत्संग भवन परौर को प्रशासन ने अन्य राज्यों से आने वाले लोगों के पहले पड़ाव के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया था। यहां रखे लोगों के टेस्ट पॉजिटिव आने पर ही उन्हें कोविड केयर सेंटर भेजा जाता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आयुर्वेद विभाग में तैनात डॉक्टर रीना को मई में खंड चिकित्सा मुख्यालय भवारना से परौर में ड्यूटी के निर्देश मिले। डॉक्टर रीना ने यहां सेवाएं शुरू कर दीं। अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिग और सैंपलिग का कार्य डॉक्टर रीना सहयोगियों के साथ मिलकर कर रही थीं। 15 जून को स्क्रीनिग की जगह सैंपलिग का कार्य करते हुए रीना कोविड-19 की गिरफ्त में आ गई। 16 जून को अवकाश था और 17 को जब कोविड के लक्षणों ने असर दिखाया तो रीना का सैंपल निरीक्षण के लिए भेजा गया। जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो वह लम्हा रीना के लिए भयावह था मगर उस लम्हे में रीना के पिता ने जो भूमिका निभाई वह उसकी मजबूत ढाल बन गई। इसके बाद न केवल रीना ने सकारात्मक रुख रखते हुए इसका डटकर मुकाबला किया बल्कि उसे हराते हुए सही मायनों में कोरोना योद्धा बनी। कोविड सेंटर डाढ में 10 दिन तक आइसोलेशन में रहकर रीना ने कोरोना को मात दी। अब घर में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं। बकौल रीना, पिता ने हिम्मत देते हुए कहा कि खुद पर विश्वास रखो और यह समझो कि छोटी मोटी चोट लगी है। यह चोट जल्द ठीक हो जाएगी। घर पर माता पिता, भाई और बुजुर्ग नानी थे। वह ड्यटी से पीछे नहीं हटी। उन्हें खुशी है कि संकट के दौर में वह लोगों के काम आ सकी हैं।

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चंबा के दुर्गम क्षेत्रों में भी दी हैं सेवाएं

मोगा आयुर्वेदिक महाविद्यालय से स्नातक के बाद निजी क्षेत्र में भी सेवाएं डॉक्टर रीना ने दी हैं। पिता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में कार्यरत हैं। घर पर दो बहनें और एक भाई है। वर्ष 2016 से डॉक्टर रीना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दे रही हैं। चंबा जिले के दुर्गम क्षेत्र में सेवाएं देने के बाद कुछ समय पहले ही वह भवारना में आई हैं। परौर क्वारंटाइन सेंटर में सराहनीय सेवाएं दी हैं।

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