कैसी स्मार्ट सिटी; वाहन ज्यादा, पार्किंग कम

जागरण संवाददाता धर्मशाला स्मार्ट सिटी धर्मशाला में वाहन ज्यादा और पार्किंग कम हैं। मौजू

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 06:59 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 05:18 AM (IST)
कैसी स्मार्ट सिटी;  वाहन ज्यादा, पार्किंग कम
कैसी स्मार्ट सिटी; वाहन ज्यादा, पार्किंग कम

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : स्मार्ट सिटी धर्मशाला में वाहन ज्यादा और पार्किंग कम हैं। मौजूदा समय में जो पार्किंग हैं, उनका सदुपयोग नहीं हो पा रहा है और वाहन सड़क किनारे पार्क हो रहे हैं। फुटपाथ भी पार्किंग में बदल गए हैं और इससे राहगीरों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है।

धर्मशाला में करीब 60 हजार छोटे व बड़े वाहन पंजीकृत हैं जबकि 800 वाहनों को ही पार्क करने की सुविधा है। जिला मुख्यालय होने के कारण यहां अन्य क्षेत्रों से लोग कार्यो के सिलसिले में आते हैं। साथ ही वीकेंड पर वाहनों की संख्या बढ़ जाती है। पर्यटकों की आवाजाही के कारण धर्मशाला में जाम की समस्या हो जाती है। पार्किंग न होने से पर्यटकों को सड़क किनारे वाहन खड़े करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। डीसी कार्यालय परिसर में बनी पार्किंग में 200 से 250 व नगर निगम सामुदायिक भवन के धरातल पर 100 वाहनों को पार्क करने की सुविधा है। धौलाधार होटल के साथ 50 वाहनों की पार्किंग बनी है। इसके अलावा संगम पार्क के पास 17 वाहनों को खड़े करने की सुविधा है। इसके अलावा अन्य जगह भी वाहन खड़े करने की सुविधा है। इसके अलावा 105 गाड़ियों के लिए पार्किंग भागसूनाग में बन रही है। मैक्लोडगंज में 105 गाड़ियों के लिए मल्टी स्टोरी पार्किंग बन रही है। रोपवे धर्मशाला की ओर भी 300 वाहनों के लिए पार्किंग बनाई जा रही है।

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धर्मशाला में पार्किंग की और व्यवस्था की जाएगी। शीला में भी पार्किंग बनाई जा रही है। वर्तमान में करीब 800 वाहनों को पार्क करने की सुविधा है।

-देवेंद्र जग्गी, महापौर नगर निगम वाहनों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग बनाई जा रही हैं। डीसी कार्यालय परिसर में ही पार्किंग है और यहां बाहर से आने वाले वाहन पार्क होते हैं।

-हरीश गज्जू, एसडीएम धर्मशाला

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पार्किंग न होने से लोगों को सड़क किनारे वाहन खड़े करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जाम लगने से पुलिस कर्मचारी चालान कर देते हैं।

वीर सिंह पार्किंग की क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है। धर्मशाला पर्यटन नगरी है और यहां पर्यटकों को ध्यान में रखकर सुविधा विकसित करनी चाहिए।

प्रशांत पर्यटन नगरी होने के साथ-साथ धर्मशाला स्मार्ट सिटी है। वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए पार्किंग के लिए मास्टर प्लान तैयार होना चाहिए।

राजिद्र कुमार पार्किंग न होने से समस्या है। नगर निगम कार्यालय के वाहन ही फुटपाथ पर खड़े हो जाते हैं और इससे राहगीरों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

-पंकज पंकू

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