नगर परिषद नगरोटा बगवां के चार पार्षदों ने खोला मोर्चा, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

नगर परिषद नगरोटा बगवां के चार पार्षदों ने मोर्चा खोला और डीसी कांगड़ा से मुलाकात कर जनविरोधी फैसले लेने का आरोप लगाया ।

By BabitaEdited By: Publish:Thu, 02 Aug 2018 10:00 AM (IST) Updated:Thu, 02 Aug 2018 01:11 PM (IST)
नगर परिषद नगरोटा बगवां के चार पार्षदों ने खोला मोर्चा, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
नगर परिषद नगरोटा बगवां के चार पार्षदों ने खोला मोर्चा, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

नगरोटा बगवां, जेएनएन। नगर परिषद नगरोटा बगवां के चार पार्षदों ने बुधवार को डीसी कांगड़ा संदीप कुमार से मुलाकात कर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। पार्षद सपना कटोच, मधु शर्मा, कांता मेहरा व उमेश ने डीसी कांगड़ा को सौंपे आवेदन पत्र में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने व जनविरोधी फैसले लेने का आरोप लगाकर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है।

सात सदस्यीय नगर परिषद में चार भाजपा समर्थित तथा तीन कांग्रेस समर्थित पार्षद होने के कारण अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा है। वार्ड सात से अरुण मेहरा के विधायक बनने के बाद खाली हुई सीट के बाद कांग्रेस व भाजपा के तीन-तीन पार्षद हो गए थे पर उपचुनाव में भाजपा समर्थित उम्मीदवार के जीत अर्जित करने के बाद एक बार फिर से अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा बरकरार रहा। नगर परिषद के 2016 में हुए चुनाव के दौरान भी तीन-तीन ही पार्षदों की ही स्थिति पैदा हुई थी पर वार्ड दो से जीतकर आई सपना कटोच ने उस समय भाजपा का दामन थाम लिया था और इस कारण अध्यक्ष उपाध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा हो गया था। बताते हैं कि उस समय भाजपा में ढाई-ढाई साल के लिए अध्यक्ष पद पर स्वर्णा वालिया तथा सपना कटोच को बिठाने का समझौता हुआ था।

स्वर्णा वालिया ने 18 जुलाई को ढाई वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया तो सपना कटोच ने पद छोडऩे की याद करवाई थी परंतु सकारात्मक पहल न होता देख आखिरकार सब्र का पैमाना छलक गया। सपना ने तीन पार्षदों के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन डीसी कांगड़ा को सौंपा है। अब नगर परिषद का स्वरूप क्या होगा यह आने वाला समय ही बताएगा।

पार्षद सपना ने लगाया वादाखिलाफी का आरोप

नगर परिषद के वार्ड दो की पार्षद सपना कटोच ने भाजपा नेताओं पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ढाई साल बाद प्रधान पद की कुर्सी देने का समझौता होने के बावजूद आनाकानी करना वादे से मुकरने जैसा है। 

भाजपा नेताओं को 18 जुलाई को ही सूचित कर दिया था परंतु 12 दिन गुजरने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया और इस कारण ही यह कदम उठाना पड़ा है। नगर परिषद के किसी भी पार्षद व भाजपा के किसी भी नेता के साथ कोई मतभेद नहीं है परंतु वादाखिलाफी से ठेस पहुंची है।

उद्योग मंत्री ने जिला परिषद सदस्य को बधाई दी

उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने जिला परिषद सदस्य उपचुनाव में विजयी रहीं भाजपा समर्थित अरुणा डोगरा तथा उनके परिजनों से भेंट की तथा बधाई दी।

इस मौके पर मंडल भाजपा अध्यक्ष विनोद शर्मा, एससी मोर्चा अध्यक्ष अशोक भारद्वाज, महिला मोर्चा जिला देहरा की अध्यक्ष अनिता सिपहिया, जिला देहरा के पंचायतीराज प्रकोष्ठ के अध्यक्ष उपेंद्र, प्रधान रतन सिंह राठौर, चपलाह के प्रधान जयकरण दास, भरोली जदीद के प्रधान राजेंद्र सिंह, महासचिव रुपेंद्र डैनी, सुरेंद्र डोगरा, राजेश डोगरा व अन्य मौजूद रहे।  

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