लापरवाही की जंग खा गई प्लेटें

पार्किंग के अभाव से जूझ रही नगर परिषद पालमपुर में कछुआ गति से चल रहे निर्माण कार्याें के चलते जनता को समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है। विकास के दावे करने वाली नगर परिषद के अनेकों कार्य दशकों से ठप पड़े हैं। इसमें सबसे अधिक जरूरी पार्किंग स्थलों का निर्माण में हो रही देरी से जनता को सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 09:21 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:24 AM (IST)
लापरवाही की जंग खा गई प्लेटें
लापरवाही की जंग खा गई प्लेटें

कुलदीप राणा, पालमपुर

पार्किंग के अभाव से जूझ रही नगर परिषद पालमपुर में कछुआ गति से चल रहे निर्माण कार्य से जनता को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। विकास के दावे करने वाली नगर परिषद के कई कार्य वर्षो से ठप पड़े हैं। सबसे अधिक जरूरी पार्किंग स्थलों के निर्माण में हो रही देरी से जनता को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।

पार्किंग के अभाव में विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों व पर्यटकों को समस्या आ रही है। मुख्य मार्ग पर खड़े वाहन अन्य लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। यातायात नियंत्रण में पुलिस को भी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी ही एक निर्माणाधीन पार्किंग बैजनाथ सड़क पर पुरानी एलआइसी कार्यालय के समक्ष प्रशासन का मुंह चिढ़ा रही है। संयुक्त कार्यालय भवन के बिल्कुल नीचे बन रही पार्किंग ने शिलान्यास से अब तक एक दशक पूर्ण कर लिया है। हालांकि इस दौरान इसकी लागत में भी काफी बढ़ोतरी हो चुकी है, मगर अभी तक धरातल की मंजिल का कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है। डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली चार मंजिला पार्किंग का शिलान्यास तत्कालीन लोक निर्माण विभाग मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह ने किया था। इसके साथ अन्य चार पार्किंग का शिलान्यास भी किया था मगर आजतक यह कार्य पूरा नहीं हो पाया है। लापरवाही से फिलहाल निर्माणाधीन पार्किंग में पिल्लर के लिए लगा सरिया पहले ही जंग खा चुका है मगर अब धरातल मंजिल की छत पर लगाई शटरिग की प्लेटें भी जंग खाने लगी हैं।

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2010 में स्वीकृत हुआ था बजट

बैजनाथ रोड पर पुराने एलआइसी कार्यालय के नजदीक प्रस्तावित पार्किंग के लिए वर्ष 2010 में बजट स्वीकृत हुआ था। पर्यटन विभाग की ओर से इस स्थान पर पार्किंग बनाने के लिए 20 लाख रुपये जारी कर दिए गए थे पर कार्य शुरू होने में ही कई वर्ष लग गए। जगह को समतल करने और यहां पेड़ों को गिराने में भी अविलंब हुआ था। काटे जाने वाले पेड़ों में रंगड़ों के डेरे ने भी ठेकेदार को छह माह कार्य रोकने पर बाधित कर दिया था। पार्किंग पर करीब 1.50 करोड़ रुपये खर्च होने थे।

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कोरोना महामारी व लॉकडाउन के कारण भी निर्माण कार्य में देरी हुई है। लॉकडाउन में लेबर न मिलने से फिलहाल निर्माण कार्य बंद है। शीघ्र निर्माण पूरा कर लोगों को सुविधा प्रदान की जाएगी।

- राधा सूद, चेयरपर्सन नगर परिषद पालमपुर

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