एनपीएस महासंघ 15 को मनाएगा काला दिवस
संवाद सहयोगी डलहौजी पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए लामबंद न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) क
संवाद सहयोगी, डलहौजी : पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए लामबंद न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) कर्मचारी महासंघ 15 मई को काले दिवस के रूप में मनाएगा। यह बात एनपीएस संघ के नेता ओमप्रकाश आजाद ने कही। उन्होंने कहा कि मई 2003 के बाद सरकारी नौकरी में आए कर्मचारियों पर न्यू पेंशन स्कीम थोपी गई। आजाद ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम के तहत सेवारत सरकारी कर्मचारी जब सेवानिवृत्त होने लगे तब जाकर न्यू पेंशन स्कीम की खामियां सामने आने लगी।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सबसे बडी खामी यह है कि अगर सरकारी कर्मचारी की सेवाकाल के दौरान मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को कर्मचारी की जमा राशि की कुल 20 प्रतिशत राशि ही मिल पाती है, जबकि, शेष 80 प्रतिशत धनराशि एक नाम मात्र पेंशन के रूप में दी जाती है, जोकि सरासर अन्याय है। उन्होंने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ समय-समय पर विभिन्न मंचों से पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग सरकार के समक्ष करता रहा है, ताकि सरकारी कर्मचारियों के परिवारों का भविष्य सुरक्षित हो पाए।
उन्होंने कहा कि संगठन का एकमात्र उद्देश्य पुरानी पेंशन योजना की बहाली करवाना है, जिसके लिए संगठन का हर एक साथी तन मन धन के साथ जुटा है। आजाद ने बताया कि महासंघ की राज्य कार्यकारिणी एवं जिला कार्यकारिणी ने निर्णय लिया है कि 15 मई को संपूर्ण हिमाचल प्रदेश में काला दिवस मनाया जाएगा। क्योंकि इसी दिन पुरानी पेंशन योजना को खत्म करके न्यू पेंशन योजना शुरू की गई थी। 15 मई को सभी एनपीएस सरकारी कर्मचारी काली पट्टियां बांधकर अपनी सेवाएं देंगे तथा इस बात का भी प्रण लेंगे कि जब तक पुरानी पेंशन योजना की बहाली नहीं हो जाती तब तक वे सभी प्रयासरत रहेंगे। ओमप्रकाश आजाद ने कहा कि कोविड महामारी के समय हर एक सरकारी कर्मचारी देश की सेवा में जुटा है, जबकि पुरानी पेंशन योजना न होने के कारण सरकारी कर्मचारी भयभीत होकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आजाद ने उम्मीद जताई कि सरकार जल्द ही सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना की बहाली का तोहफा देगी।