अब भरमाणी से होंगी मणिमहेश के लिए उड़ानें

मणिमहेश यात्रा के दौरान इस बार भरमौर के साथ भरमाणी से भी गौरीकुंड के लिए हेलीकॉप्टर की उड़ानें होंगी।

By Edited By: Publish:Wed, 15 Aug 2018 05:20 AM (IST) Updated:Thu, 16 Aug 2018 12:53 PM (IST)
अब भरमाणी से होंगी मणिमहेश के लिए उड़ानें
अब भरमाणी से होंगी मणिमहेश के लिए उड़ानें

भरमौर (चंबा), जेएनएन। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पृथीपाल सिंह ने कहा है कि मणिमहेश यात्रा के दौरान इस बार भरमौर के साथ भरमाणी से भी गौरीकुंड के लिए हेलीकॉप्टर की उड़ानें होंगी। यहां पर हेलीपैड बनाया जा रहा है। भरमौर हेलीपैड में भीड़ बढ़ने के दौरान भरमाणी हेलीपैड से उड़ानें करवाई जाएंगी। शेष समय में इस हेलीपैड को कार पार्किग के लिए प्रयोग किया जा सकेगा। पृथीपाल सिंह ने जारी बयान में स्पष्ट किया कि हेली टैक्सी टेंडर प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता रखी गई है।

सरकारी वेबसाइट पर जुलाई में निविदाएं आमंत्रित की गई थीं, जिस पर दो हेली कंपनियों ने अपनी निविदाएं सीलबंद कर कमेटी के पास भेजी थीं। निविदाएं खोलने वाली कमेटी में वाणिज्य विषय के दो प्रवक्ता सहित विद्युत विभाग के सहायक अभियंता भी शामिल थे। एविएशन कंपनियों ने निविदाओं में 3125 व 3050 रुपये की दर से दाम भरे थे। लेकिन कमेटी ने किराये की दरों को और नीचे लाने के लिए एविएशन कंपनियों पर दबाव बनाया और किराये की दर को 2900 रुपये तक लाया गया। उन्होंने कहा कि किराये की दरें बढ़ी हुई हैं, जिसमें जीएसटी का भी रोल हो सकता है। इसका लाभ सीधे मणिमहेश न्यास को मिलेगा।

अब तक मणिमहेश न्यास को हेलीकॉप्टर कंपनियों से 10 फीसद की दर से रॉयल्टी मिल रही थी, लेकिन अब इसे 20 फीसद तक बढ़ा दिया है। ऐसे में बढ़ी हुई दरों से न्यास की आमदनी में पहले से करीब तीन गुना अधिक मुनाफा होगा। उन्होंने कहा, पार्किग के नाम पर लिया जाने वाला टैक्स इस बार नहीं लिया जाएगा। लंगर समितियों व सरकारी भूमि में दुकानें लगाने वालों के लिए बनाए गए नियमों में ढील दी गई है, जिसमें स्वच्छता के मामले में समझौता नहीं किया गया है।

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