घर-घर होगी गैर संचारी रोगों की जांच

अनुसार दवाईयां लिखेंगे। ताकि रोग को पैदा होने से पूर्व ही खत्म किया जा सके। उन्होंने बताया कि गैस संचारी रोग के कारण भारत में कई मौते हुई है। भारत में 55 प्रतिशत मौत का यही कारण है। इससे पहले कि इस रोग के कारण युवा वर्ग को कोई नुकसान हो इसका उपचार करना अनिवार्य है ताकि अपने वाले समय में इस पर अधिक पैसा खर्च न किया जा सके। मौत की प्रतिशत को कम करने के लिए धरातल पर कार्य किया जाएगा। लोगों की मौतों के क्रम को कम करने के लिए प्रदेश सरकार ने गैर संचारी रोगों की जांच करने को अभियान चलाया है। अभियान के तहत अभी तक 23000 लोगों की गैर संचारी रोग की जांच की गई

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Dec 2019 05:06 PM (IST) Updated:Thu, 26 Dec 2019 05:06 PM (IST)
घर-घर होगी गैर संचारी रोगों की जांच
घर-घर होगी गैर संचारी रोगों की जांच

-सीएमओ डॉ. राजेश गुरेली ने दी जानकारी, स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर आशा वर्कर जारी करेगी रिपोर्ट

-जिला के 26 चिकित्सा अधिकारियों को दी दिया जा रहा है प्रशिक्षण संवाद सहयोगी, चंबा : जिले में घरद्वार जाकर युवाओं के स्वास्थ्य की जांच करके गैर संचारी रोगों की जांच की जाएगी, जिसके लिए चंबा में 26 चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों के अनुसार आशा वर्कर अपने क्षेत्रों मे जाकर 18 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के तीन लाख से अधिक युवाओं के स्वास्थ्य की जांच करेगी तथा गैर संचारी रोगों का पता लगाया जाएगा। यह बात चंबा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेश गुलेरी ने पत्रकारों से कही। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर घरों में जाकर युवाओं से स्वास्थ्य संबंधी 15 सवाल पूछेगी, जिससे सवालों के जवाब के आधार पर उसकी रिपोर्ट बनाकर स्वास्थ्य विभाग को भेजेगी। रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य कार्यकर्ता संबंधित व्यक्ति में ब्लड प्रेशर, शूगर सहित अन्य बीमारी की जांच करेंगे। इस दौरान अगर किसी प्रकार बीमारी व्यक्ति में पाई गई तो स्वास्थ्य कार्यकर्ता उस जानकारी को ऑनलाइन अपने टेबलेट में दर्ज कर देगी। इसके बाद उस जानकारी के संबंधित विशेषज्ञ जांच करेंगे तथा उनकी बीमारी के अनुसार दवा लिखेंगे, ताकि रोग को पैदा होने से पूर्व ही खत्म किया जा सके। उन्होंने बताया कि गैस संचारी रोग के कारण भारत में कई मौतें हुई है। भारत में 55 प्रतिशत मौत का यही कारण है। इससे पहले कि इस रोग के कारण युवा वर्ग को कोई नुकसान हो इसका उपचार करना अनिवार्य है, ताकि अपने वाले समय में इस पर अधिक पैसा खर्च न किया जा सके। मौत की प्रतिशत को कम करने के लिए धरातल पर कार्य किया जाएगा। लोगों की मौतों के क्रम को कम करने के लिए प्रदेश सरकार ने गैर संचारी रोगों की जांच करने को अभियान चलाया है। अभियान के तहत अभी तक 23000 लोगों की गैर संचारी रोग की जांच की गई है। जिसमें एक हजार युवाओं में गैस संचारी रोग पाए गए हैं, जिन्हें उपचार के साथ व्यायाम करने, हरी सब्जी का सेवन करने, नशे से दूर रहने, नमक का कम इस्तेमाल करने, तंबाकू व शराब का सेवन न करने की सलाह दी गई है। अब इस अभियान को तेजी के साथ चलाया जाएगा। गैर संचारी रोग की जांच करने के लिए जिला के उप स्वास्थ्य केंद्र में उपकरण उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। क्या है गैर संचारी रोग

गैर-संचारी रोग के अंतर्गत वह रोग आते है, जोकि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधे प्रसारित नहीं होते है। गैर-संचारी रोगों में पार्किसन रोग, स्वप्रतिरक्षित रोग, अधिकांश हृदय रोग, कर्कट रोग, मधुमेह, गुर्दे की पुरानी बीमारी, मोतियाबिद और अन्य शामिल हैं।

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