डेपुटेशन के सहारे औड़ा स्कूल

राजेंद्र ठाकुर, चनेड़ शिक्षा खंड चंबा के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला औड़ा में इन दिनों अध्यापकों की

By Edited By: Publish:Wed, 04 May 2016 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 04 May 2016 01:00 AM (IST)
डेपुटेशन के सहारे औड़ा स्कूल

राजेंद्र ठाकुर, चनेड़

शिक्षा खंड चंबा के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला औड़ा में इन दिनों अध्यापकों की कमी से जूझ रहा है। उक्त स्कूल में 46 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए एक अध्यापक की तैनाती की गई थी। लेकिन वह काफी दिन से बीमारी से जूझ रहा है। अध्यापक का जालंधर स्थित एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से हर सप्ताह अलग-अलग विषय के अध्यापक डेपुटेशन पर भेजे जा रहे हैं।

ऐसे में बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। स्कूल में अध्यापकों की कमी होने के कारण बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है। अभिभावकों का कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से घरद्वार पर शिक्षा मुहैया करवाने के उद्देश्य से स्कूल तो खोल दिए गए हैं। लेकिन इनमें अध्यापकों की कमी को पूरा नहीं कर पाई है। ऐसे में इन स्कूलों के होने या न होने का कोई भी मतलब नहीं रह गया है।

सरकार की मुख्य स्थानों पर स्कूल खोलने की कवायद तो ठीक है। लेकिन इनमें यदि पूरे स्टाफ की तैनाती ही नहीं होगी, तो फिर यहां शिक्षा की गुणवत्ता क्या रहेगी, यह बेहद ही गंभीर विषय है। इसलिए प्रदेश सरकार तथा शिक्षा विभाग को सभी स्कूलों में स्टाफ की कमी को पूरा करने की कवायद शुरू करनी होगी। यदि ऐसा नहीं होता है तो सभी अभिभावक बच्चों को मजबूरन निजी स्कूलों में पढ़ाना पड़ेगा।

-------------

स्कूल में अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए एक प्रस्ताव पारित कर उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। अध्यापकों की कमी के कारण स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है।

-महेंद्र कुमार, एसएमसी अध्यक्ष औड़ा स्कूल।

------------------

स्कूल में अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए निदेशालय को अवगत करवाया गया है। सरकार की ओर से अनुमति मिलते ही अध्यापकों की तैनाती कर दी जाएगी।

-सुरेंद्र ¨सह पठानिया, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग चंबा।

chat bot
आपका साथी