राजभाषा नीति, नियमों व निर्देशों का पालन जरूरी

संवाद सहयोगी, डलहौजी : चमेरा पावर स्टेशन-1 खैरी में वीरवार को एक दिवसीय ¨हदी कार्यशाला का आयोजन किया

By Edited By: Publish:Thu, 02 Jul 2015 08:17 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2015 08:17 PM (IST)
राजभाषा नीति, नियमों व निर्देशों का पालन जरूरी

संवाद सहयोगी, डलहौजी : चमेरा पावर स्टेशन-1 खैरी में वीरवार को एक दिवसीय ¨हदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ पावर स्टेशन के प्रबंधक (सिविल), प्रभारी मानव संसाधन केएस पठानिया व उपप्रबंधक मानव संसाधन द¨वद्र कुंडल ने दीप प्रज्वलित कर किया।

केएस पठानिया ने कहा कि राजभाषा नीति, नियमों व निर्देशों का पालन करना सभी का संवैधानिक दायित्व है। राजभाषा विभाग की ओर से आयोजित वार्षिक कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। हमें ¨हदी के सरल व सुबोध स्वरुप को अपनाना चाहिए, जो आसानी से सभी के समझ में आ सके और अपना अधिक कार्य राजभाषा ¨हदी में ही करने का प्रयास करना चाहिए। द¨वद्र कौंडल ने कहा कि ¨हदी कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य कर्मचारियों को राजभाषा के क्षेत्र में आ रही नई तकनीकों से अवगत करवाना व ¨हदी भाषा के माध्यम से विभिन्न विषयों की जानकारी उपलब्ध करवाना है। कार्यशाला का आयोजन चार सत्रों में किया गया। प्रथम सत्र में पावर स्टेशन के सहायक प्रबंधक वित्त शशिभूषण प्रसाद ने ¨हदी भाषा के माध्यम से आयकर दाखिल करने व बचत योजनाओं की जानकारी दी। द्वितीय व तृतीय सत्र में पावर स्टेशन के सहायक राजभाषा अधिकारी प्रशांत ध्यानी ने प्रतिभागियों को राजभाषा नीति, नियम, निर्देशों, प्रोत्साहन योजनाओं, देवनागरी लिपि का मानकीकरण आदि की जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागियों को कंप्यूटर व मोबाइल फोन पर ¨हदी में कार्य करने के लिए उपयोगी टूल्स का प्रशिक्षण भी दिया। अंतिम सत्र में पावर स्टेशन के डॉ. वीपी ¨सह ने अच्छे स्वास्थ्य व बीमारियों से बचने के उपायों पर व्याख्यान दिया। अंत में विचार-विमर्श सत्र का आयोजन किया गया। इसमें प्रतिभागियों ने राजभाषा ¨हदी पर विचार रखे और ¨हदी में काम करने से आने वाली समस्याओं से अवगत कराया।

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