अव्यवस्था का अंधेरा..खस्ताहाल रैन बसेरा

जिला मुख्यालय बिलासपुर में रैन बसेरा खस्ताहाल हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Nov 2020 04:01 PM (IST) Updated:Mon, 16 Nov 2020 04:01 PM (IST)
अव्यवस्था का अंधेरा..खस्ताहाल रैन बसेरा
अव्यवस्था का अंधेरा..खस्ताहाल रैन बसेरा

जागरण संवाददाता, बिलासपुर : जिला मुख्यालय बिलासपुर में सर्दी के मौसम में यहां वहां सड़क किनारे या बस अड्डे पर रात गुजारने वाले लोगों के लिए रैन बसेरा की जरूरत महसूस हो रही है। अव्यवस्था का अंधेरा इतना है कि रैन बसेरे खस्ताहाल हैं।

प्रशासन की ओर से नगर परिषद बिलासपुर व अलग-अलग कस्बाई क्षेत्रों में स्थानीय निकायों के प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र में बनाए गए रैन बसेरों में बेघर लोगों के ठहरने की व्यवस्था करें। इसके बावजूद रैन बसेरों की कई वर्षो से मरम्मत नहीं हो पाई है। नगर परिषद बिलासपुर के कार्यालय की ऊपरी मंजिल में स्थित रैन बसेरे के भवन के दरवाजे व खिड़कियां टूटी हैं। कहीं से खिड़कियों के शीशे टूटे हैं तो कहीं पर छत से पानी टपकता है। रैन बसेरे में शौचालय की हालत भी बेहद दयनीय हो गई है। सीवरेज ब्लॉक पडे़ हैं। यहां रुकने के लिए बेशक शुल्क कम है लेकिन जिस तरह से भवन की हालत है, वहां सिर्फ बारिश से तो बचा जा सकता है लेकिन यहां कई दिनों तक रुकना इसलिए संभव नहीं है क्योंकि सुविधाएं नाममात्र हैं।

------------ सुविधाओं की कमी, वर्षो से नहीं हुई मरम्मत

बिलासपुर जिला में बिलासपुर शहर, घुमारवीं, शाहतलाई, नयनादेवी आदि तमाम नगर परिषद व नगर पंचायत क्षेत्रों में बेघर लोगों व देर सवेर जरूरतमंद लोगों को रहने या कुछ समय तक ठहरने के लिए रैन बसेरे निर्मित हैं। इन सभी रैन बसेरों की हालत खस्ता है। यहां पर सुविधाओं की कमी है। वर्षों से इनकी मरम्मत नहीं हो पाई है। सर्दी के मौसम में अगर बेघर या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को रैन बसेरे में रहना हो तो उसे सुकून से ज्यादा परेशानियां झेलनी पड़ेंगीं।

---------- नाममात्र है शुल्क

रैन बसेरों में ठहरने के लिए शुल्क नाममात्र है। लोगों को रैन बसेरों में निशुल्क भी ठहराया जाता है। जो लोग पैसे देने की साम‌र्थ्य रखते हैं, उनसे 20 से 30 रुपये या अधिकतर 100 रुपये लिए जाते हैं।

----------- रैन बसेरा के भवन की हालत खस्ता है लेकिन जिला प्रशासन के निर्देश के अनुसार पुलिस के साथ मिलकर नगर परिषद का स्टाफ बेघर लोगों को यहां पर ठहराने के लिए हमेशा तत्पर रहता है। भवन की मरम्मत के लिए 12 लाख रुपये राज्य सरकार ने मंजूर किए हैं। काफी समय से यहां जेई का पद खाली है। इस कारण काम नहीं हो पाया है। प्रयास है कि कुछ महीनों में बिलासपुर के रैन बसेरा में तमाम सुविधाएं पूरी हो पाएं।

-अशोक कुमार, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद बिलासपुर

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