न्यूं-पल्लियां ¨सचाई योजना पर एक माह से लटका ताला

लोकेश ठाकुर, बम्म करीब 48 साल से खेतों में ¨सचाई की सुविधा प्रदान करने वाली न्यूं-पल्लियां ¨सचाई य

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 May 2017 07:36 PM (IST) Updated:Thu, 25 May 2017 07:36 PM (IST)
न्यूं-पल्लियां ¨सचाई योजना पर एक माह से लटका ताला
न्यूं-पल्लियां ¨सचाई योजना पर एक माह से लटका ताला

लोकेश ठाकुर, बम्म

करीब 48 साल से खेतों में ¨सचाई की सुविधा प्रदान करने वाली न्यूं-पल्लियां ¨सचाई योजना से किसानों को लाभ नहीं मिल रहा है। करीब एक माह से पंप हाउस में ताला लटकने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। चरी व बाजरे समेत अन्य नकदी फसलों की पौध से गुलजार खेत खलिहानों में फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है। मैहरीं काथला पंचायत के अंतर्गत परनाल पुल के समीप न्यूं-पल्लियां ¨सचाई योजना में स्टाफ का अभाव किसानों की मेहनत पर भारी पड़ रहा है। ¨सचाई योजना के पंप हाउस में कोई भी कर्मचारी नहीं है। सहायक व पंप संचालक न होने से ¨सचाई योजना के लिए पानी लिफ्ट नहीं हो रहा है।

¨सचाई योजना से परनाल, पल्लियां, काथला व न्यूं गांव के किसानों को ¨सचाई सुविधा मिलती है। यहां ताला लटकने के बाद ग्रामीणों में रोष है। पशुचारे के लिए बीजी गई चरी व बाजरा की फसल के लिए पानी नहीं मिल रहा है। जब भी ग्रामीण पानी की मांग के लिए पंप हाउस में दस्तक देते हैं वहां पर ताला लटका रहता है। ¨सचाई सुविधा के बिना फसल भी खराब हो रही है। पंप हाउस पर पहले कार्यरत हैल्पर लाल ¨सह ने कहा कि उनकी ड्यूटी दो-तीन माह पूर्व दूसरी जगह लगा दी गई है, जबकि पंप ऑपरेटर का कहना है कि एक माह पूर्व उनका तबादला दूसरी जगह कर दिया गया है।

बीडीसी सदस्य उर्मिला कौशल, पंचायत उपप्रधान देसराज चंदेल के अलावा ग्रामीण राजेश, अनिल, कमला, विमला, शीतला, राजेश, विजय, लक्की, राजकुमार आदि ने आइपीएच विभाग से आग्रह किया है कि जल्द समस्या का समाधान किया जा सके ताकि फसल को बर्बाद होने से बचाया जा सके।

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स्टाफ की कमी के चलते यह समस्या बनी हुई है। जल्द समस्या का समाधान किया जाएगा।

मुश्ताफ अली, कनिष्ठ अभियंता, आइपीएच विभाग।

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