यूनिस खान हत्याकांड : दस लाख रुपये हड़पने के लिए दुकान पर हेल्पर का कार्य करने वाले मोहम्मद आलम ने दिया वारदात को अंजाम

सदर यमुनानगर थाना क्षेत्र में छह अक्टूबर को थर्मल कालोनी से गांव रतनपुरा रोड पर मेडिकल स्टोर व क्लीनिक संचालक 40 वर्षीय यूनिस खान की हत्या का राजफाश हो गया। सीआइए टू की टीम ने वारदात की गुत्थी सुलझाते हुए उसके रिश्ते में लगने वाले मौसा 40 वर्षीय मोहम्मद आलम को गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 07:14 AM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 07:14 AM (IST)
यूनिस खान हत्याकांड : दस लाख रुपये हड़पने के लिए दुकान पर हेल्पर का कार्य करने वाले मोहम्मद आलम ने दिया वारदात को अंजाम
यूनिस खान हत्याकांड : दस लाख रुपये हड़पने के लिए दुकान पर हेल्पर का कार्य करने वाले मोहम्मद आलम ने दिया वारदात को अंजाम

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

सदर यमुनानगर थाना क्षेत्र में छह अक्टूबर को थर्मल कालोनी से गांव रतनपुरा रोड पर मेडिकल स्टोर व क्लीनिक संचालक 40 वर्षीय यूनिस खान की हत्या का राजफाश हो गया। सीआइए टू की टीम ने वारदात की गुत्थी सुलझाते हुए उसके रिश्ते में लगने वाले मौसा 40 वर्षीय मोहम्मद आलम को गिरफ्तार किया है। शुरू से ही पुलिस को मोहम्मद आलम पर शक था। आरोपित 15 साल से यूनिस की दुकान पर बतौर हेल्पर कार्य कर रहा था। दोनों हमउम्र होने की वजह से दोस्त की तरह रहते थे। कर्ज में डूबे होने की वजह से उसने यूनिस का पैसा व महेंद्रा मराजो कार हड़पने के इरादे से यह हत्या की। सीआइए टू के इंचार्ज महरूफ अली ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने अकेले ही यह वारदात की है। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला बरेली के नवाब गंज निवासी यूनिस खान यहां बाड़ी माजरा रोड पर शंभू कालोनी में कादरी मेडिकल स्टोर व क्लीनिक चलाता था। यहां थर्मल कालोनी में उसका भाई अलीम मैकेनिकट फीटर के पद पर कार्यरत है और परिवार सहित यही रहता है। यूनिस खान भी थर्मल कालोनी में ही परिवार के साथ किराये के मकान में रह रहा था। छह अक्टूबर की रात को अलीम घर पर खाना खा रहे थे। इसी दौरान उनके पास थर्मल के ड्राइवर हरिओम का फोन आया था। जिसने बताया था कि यूनिस का शव थर्मल कालोनी से रतनपुरा रोड पर कार के पास पड़ा है। इसके बाद वह पड़ोसियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे। जहां कार के पास खून से लथपथ भाई यूनिस खान का शव पड़ा हुआ था। सदर यमुनानगर थाना पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था। इसके बाद से केस की तफ्तीश सीआइए टू कर रही थी। सीआइए टू के इंचार्ज महरूफ अली के नेतृत्व में एएसआइ उमेश कुमार, एचसी सुनील, विपन व मुनीष ने आरोपित को गिरफ्तार किया। यूनिस ने दस लाख का बेचा था मकान : आरोपित से पूछताछ में सामने आया कि वह यूनिस के पास करीब 15 साल से बतौर हेल्पर के तौर पर कार्य कर रहा था। यूनिस ने कुछ समय अपने गांव का मकान दस लाख रुपये में बेचा था। इस मकान का सौदा भी आरोपित मोहम्मद आलम ने कराया था। उसकी दुकान का भी सौदा आरोपित ने करा रखा था। अब वह इस पैसे को हड़पना चाहता था, क्योंकि उसके पास काफी कर्ज हो चुका था। इसके लिए उसने यूनिस को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। इस तरह से दिया वारदात को अंजाम : पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वारदात के दिन आरोपित मोहम्मद आलम सुबह करीब साढ़े आठ बजे यूनिस के साथ दुकान पर था। यहां से वह सुबह दस बजे कलियर शरीफ जाने की बात कहकर निकलता है। ट्रेन से वह कलियर शरीफ पहुंचता है और वहां पर एक कमरा किराये पर लेता है। इसमें वह अपना मोबाइल छोड़ देता है और वहां से टैक्सी लेकर वापस यमुनानगर पहुंचता है। यहां पांसरा फाटक पर टैक्सी को छोड़कर दुकान पर पहुंच जाता है। आरोपित के पास यूनिस की कार की दूसरी चाबी थी। इसलिए वह पहले ही कार की पिछली सीट पर छिपकर बैठ गया था। उसने बैक मिरर(कार के अंदर लगा पीछे देखने वाला शीशा) को उल्टा कर दिया था। जिससे यूनिस उसे देख न सके। रात को यूनिस दुकान बंद कर कार में बैठकर चल दिया था। जैसे ही वह गांव रतनपुरा के पास पहुंचा, तो पीछे बैठे मोहम्मद आलम ने सीट बैल्ट से उसका गला दबा दिया। उससे बचने की कोशिश में यूनिस ने कार का हैंडब्रेक लगा दिया। इसके बाद तुरंत मोहम्मद आलम ने चाकू निकाला और यूनिस की छाती व गले पर वार किए। किसी तरह से यूनिस कार से उतरकर बचकर भागने लगा, तो आरोपित ने उसे दबोच लिया और उस पर चाकू से वार कर हत्या कर दी। इसके बाद वह आटो लेकर जगाधरी चला जाता है। यहां से फिर रेलवे स्टेशन के लिए निकलता है, लेकिन रास्ते में फाटक बंद होने की वजह से वह आटो चालक से मोबाइल लेकर उसी टैक्सी चालक को काल करता है। जिसके साथ वह कलियर शरीफ से आया था और उसके साथ वापस चला जाता है। पत्नी से चल रहा आरोपित का विवाद : आरोपित मोहम्मद आलम काफी पढ़ा लिखा है। उसने समाजशास्त्र से एमए किया हुआ है। उसका पत्नी से विवाद चल रहा है। वह एक बार पत्नी को जहर देकर मारने की कोशिश कर चुका है। इस मामले में बरेली में भी उस पर केस दर्ज है। फिलहाल उसका पत्नी से तलाक का केस चल रहा है। आरोपित मोहम्मद आलम नवाबगंज से परिवार को बिना बताए यहां पर यूनिस के साथ रह रहा था, क्योंकि यूनिस ने करीब तीन माह पहले ही यहां पर क्लीनिक व मेडिकल स्टोर शुरू किया था।

chat bot
आपका साथी