कचरे से अटा शहर तो टैक्स पर गंभीर हुआ निगम

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सफाई का पेंच फंसा तो नगर निगम कचरा टैक्स पर गंभीर हुआ। एरि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Feb 2017 12:30 AM (IST) Updated:Sat, 25 Feb 2017 12:30 AM (IST)
कचरे से अटा शहर तो टैक्स पर गंभीर हुआ निगम
कचरे से अटा शहर तो टैक्स पर गंभीर हुआ निगम

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सफाई का पेंच फंसा तो नगर निगम कचरा टैक्स पर गंभीर हुआ। एरिया को दो जोन में बांटकर अलग-अलग अधिकारी को जिम्मेदारी सौंप दी गई है, जो न केवल कलेक्शन पर नजर रखेंगे, बल्कि टैक्स न देने वालों के खिलाफ नोटिस भिजवाना भी सुनिश्चित करेंगे। वार्ड नंबर एक से 10 तक सफाई निरीक्षक अनिल नैन और 11 से 20 में सफाई निरीक्षक हरजीत ¨सह को यह कार्य सौंपा गया है। प्रत्येक वार्ड में चार सदस्यीय टीम का गठन भी कर दिया गया है। उच्चाधिकारियों ने यह निर्णय इसलिए लिया, ताकि हर माह अधिक से अधिक कचरा कर वसूला जा सके और संबंधित कंपनी को समय पर भुगतान किया जा सके।

बता दें कि कंपनी की पेमेंट न होने और कर्मचारियों की तनख्वाह रुकने का कारण ही कर की रिकवरी न होना है, जिसका हवाला देकर डो-टू-डोर सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए और ट्विनसिटी कचरा-कचरा हो गई।

चार माह में लिए 18 लाख

नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की एवज में प्रतिमाह करीब 80 लाख रुपये आने चाहिए, जबकि चार माह में केवल 18 लाख रुपये ही एकत्रित हो पाए हैं। गंभीरता टैक्स लेने में नहीं दिखाई गई या फिर लोग ही कचरा टैक्स देने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। अक्टूबर में नगर निगम ने ¨डगमैन कंपनी के कर्मचारियों को 25 मशीनें घरों से कचरा टैक्स की कलेक्शन करने के लिए दी थी।

यह है टैक्स के मापदंड

नगर निगम एरिया के घर-घर से कचरा कलेक्शन की एवज में टैक्स लिया जाता है। बीपीएल परिवार से पांच रुपये, सौ वर्ग गज के में बने घर से 30 रुपये, दो सौ गज से 40 रुपये, दो सौ वर्ग गज से अधिक पर 50 रुपये लिए जाने हैं। दुकान से सौ रुपये तथा अस्पताल से पांच सौ रुपये लिए जाने हैं। टेंडर की शर्तो के मुताबिक ¨डगमैन कर्मचारियों को ही घरों से कचरा उठाना होगा। जितनी पेमेंट इकट्ठी होगी उसी में से कंपनी को भुगतान किया जाएगा।

ढील न बरते नगर निगम

वार्ड 14 की पार्षद निर्मल चौहान का कहना है कि जितने दिन कर्मचारी हड़ताल पर रहे और घरों से कचरा नहीं उठा, उतने दिन का जुर्माना कंपनी से लिया जाना चाहिए। इस काम में ढील नहीं बरती जानी चाहिए और हर घर से हर दिन कचरा उठाया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उनके वार्ड में तो अब तक ¨डगमैन का कोई कर्मचारी कचरा टैक्स इकट्ठा करने के लिए नहीं आते। टैक्स देने में कोई हर्ज नहीं है, बशर्ते नियमित रूप से सफाई हो।

एक कंपनी को न दें ठेका

वार्ड आठ की पार्षद संगीता ¨सघल का कहना है कि एक ही कंपनी को सफाई का टेंडर देना तर्कसंगत नहीं है। ¨डगमैन कंपनी की नाकामी के कारण शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई है। कंपनी के खिलाफ कार्रवाई बनती है और की जानी चाहिए। इसके अलावा नगर निगम में सब-कमेटियों का गठन किया जाना चाहिए, ताकि हर व्यवस्था पर नजर रहे। यह मांग शुरू से की जा रही है, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।

अधिक से अधिक टैक्स इकट्ठा हो, इसके लिए अब नगर निगम के अधिकारी कंपनी का सहयोग करेंगे। 40 लाख रुपये प्रति माह टैक्स इकट्ठा हो, तब जाकर कंपनी की पेमेंट करने की स्थिति में होंगे। अब व्यवस्था में परिवर्तन किया है और उम्मीद है कि सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।

दीपक सूरा, कार्यकारी अधिकारी, नगर निगम।

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