कामकाज छोड़कर धरने पर बैठी वर्कर, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

विभाग के निजीकरण का विरोध व अन्य मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों का धरना जारी है। विभाग से जुड़े तमाम कामकाज छोड़कर धरने पर बैठी हुई हैं। इस दौरान न राशन की सप्लाई ली जा रही है और न ही दूसरे काम किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 08:01 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 08:01 AM (IST)
कामकाज छोड़कर धरने पर बैठी वर्कर, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
कामकाज छोड़कर धरने पर बैठी वर्कर, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : विभाग के निजीकरण का विरोध व अन्य मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों का धरना जारी है। विभाग से जुड़े तमाम कामकाज छोड़कर धरने पर बैठी हुई हैं। इस दौरान न राशन की सप्लाई ली जा रही है और न ही दूसरे काम किए जा रहे हैं।

मंगलवार को आयोजित धरने की अध्यक्षता उर्मिल कंबोज ने की। धरने का संचालन रादौर की स्वर्णजीत कौर व साढौरा की गुरविद्र कौर ने किया। उन्होंने कहा कि सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला प्रतीत हो रहा है। सरकार द्वारा चलाई गई योजनाएं भी उसी प्रकार खोखली हो रही हैं। विभाग के मूल उद्देश्य पूरे नहीं हो रहे हैं। कार्यक्रम केवल फोटो खिचवाने तक ही सीमित रह गए हैं। छछरौली की ब्लाक प्रधान विजय शर्मा ने कहा कि अब संघर्ष तेज करना होगा। सरकार अपनी दमन की नीति को छोड़ दें। रकार हमारी टर्मिनेट वर्करों को जल्द से जल्द बहाल करें। विभाग को निजी हाथों में देने का विचार छोड़ दे क्योंकि निजी कंपनी वर्करों की छंटनी करना चाहती है। जो हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसका असर न केवल आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों के परिवार पर पड़ेगा बल्कि उन महिलाओं और बच्चों पर भी पड़ेगा जो इस योजना के अंतर्गत आते हैं। सरकार 2018 के हुए समझौते को जल्द लागू करे। उनकी कुछ जायज मांगे हैं जिनको लेकर हम संघर्षरत हैं। सरकार से उनकी मांग है कि जल्द से जल्द पूर्ण की जाए ताकि हम अपनी आंगनबाड़ी का कार्य सुचारू रूप से चला सके। गोबिदपुरी रोड पर डीएवी स्कूल के पास चल रहे कार्य में बरती जा रही कोताही संबंधी शिकायत मिली थी। इस बारे जांच के लिए निगम अधिकारियों को कह दिया गया है। निर्माण कार्यों में किसी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

घनश्याम दास अरोड़ा, विधायक।

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