जहर खाकर एसपी कार्यालय में शिकायत देने पहुंची महिला
बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर दिए पांच लाख रुपये न मिलने से परेशान थी महिला ने पुलिस से गुहार लगाई। सुनवाई न होने पर महिला जहर खाकर एसपी कार्यालय पहुंच गई।
जेएनएन, यमुनानगर। बेटे को नौकरी दिलाने के लिए दिए गए पांच लाख रुपये वापस नहीं करने व पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से परेशान एक महिला जहर खाकर एसपी कार्यालय में पहुंच गई। जब वह एसपी कार्यालय के बाहर खड़ी थी तो जहर के असर से बेहोश होकर नीचे गिर पड़ी। लोगों ने उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने बताया कि महिला ने जहरीला पदार्थ निगला हुआ है। यहां से महिला को पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया।
पुराना हमीदा व महिला के बेटे जयदीप सिंह ने पुलिस बताया कि वह सरकारी नौकरी की तलाश कर रहा था। इसी दौरान जगाधरी निवासी स्वामीनाथन से वह मिला। उसने उसे बताया कि यदि वह पांच लाख रुपये दे तो वह उसे किसी विभाग में सरकारी नौकरी लगवा सकता है। उसने यह बात अपनी मां सुमन को बताई। वे स्वामीनाथन की बातों में आ गए और स्वामीनाथन को पांच लाख रुपये दे दिए। मगर कई दिन के बाद भी उसने उसे नौकरी नहीं दिलाई।
कई बार उससे बात की गई, लेकिन वह हर बार उन्हें आश्वासन देता रहा। एक दिन उसने साफ मना कर दिया कि वह उसे नौकरी नहीं दिलवा सकता। जब उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे तो उसे रुपये देने से भी मना कर दिया। दोबारा रुपये मांगने पर उसने दोनों को जान से मारने की धमकी दी।
अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत उसने हमीदा चौकी में दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब उसकी मां ने जिन लोगों से रुपये उधार लिए थे वो अपने पैसे वापस मांग रहे थे। जयदीप का आरोप है कि पुलिस स्वामीनाथन पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टा उन्हीं पर फैसले का दबाव बना रही है। फैसले पर दबाव में साइन भी करवा लिए।
प्रमाण नहीं दे पाई थी महिला
शहर यमुनानगर के एसएचओ अजीत कुमार का कहना है कि जब महिला की शिकायत हमारे पास आई थी तो उससे रुपये देने का रिकार्ड मांगा गया था। मगर वह ऐसा कोई प्रमाण नहीं दिखा सकी जिससे ये पता चल सके कि उसने स्वामीनाथन को पांच लाख रुपये दिए थे। बाद में दोनों पक्षों का समझौता भी हो गया था। अब उसने जहरीला पदार्थ क्यों खाया यह जांच का विषय है।
यह भी पढ़ें: भतीजे का चालान कटा तो भाजयुमो नेता ने लगा दिया जाम, केस दर्ज