डिजिटल प्रेजेंटेशन में चेयरमैन को साफ-सुथरा दिखाया शहर, जब तक रहे टेंशन में दिखे अधिकारी

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की गठित मॉनीटरिग कमेटी के चेयरमैन एवं हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश प्रीतम पाल अपनी टीम के साथ बृहस्पतिवार को लघु सचिवालय में कचरा प्रबंधन पर मीटिग ली। जब तक प्रीतम पाल शहर में रहे तब तक अधिकारी टेंशन में रहे। नगर निगम के अधिकारी तो कुछ ज्यादा ही परेशान थे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Aug 2019 08:40 AM (IST) Updated:Fri, 23 Aug 2019 08:40 AM (IST)
डिजिटल प्रेजेंटेशन में चेयरमैन को साफ-सुथरा दिखाया शहर, जब तक रहे टेंशन में दिखे अधिकारी
डिजिटल प्रेजेंटेशन में चेयरमैन को साफ-सुथरा दिखाया शहर, जब तक रहे टेंशन में दिखे अधिकारी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की गठित मॉनीटरिग कमेटी के चेयरमैन एवं हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश प्रीतम पाल अपनी टीम के साथ बृहस्पतिवार को लघु सचिवालय में कचरा प्रबंधन पर मीटिग ली। जब तक प्रीतम पाल शहर में रहे तब तक अधिकारी टेंशन में रहे। नगर निगम के अधिकारी तो कुछ ज्यादा ही परेशान थे। अधिकारियों ने उन्हें प्रोजेक्टर पर कचरा प्रबंधन की डिजिटल प्रेजेंटेशन दिखाई। उसे देखने के बाद प्रीतम पाल ने प्रेजेंटेशन को औसतन से कुछ ज्यादा नंबर दिए। अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन से उन्हें बताने की कोशिश की कि शहर से कचरे को नियमित उठाया जा रहा है। फोटो और वीडियो में तो ये भी दिखाया गया कि कचरा उठाने के लिए जो टिपर लगे हैं उन पर तैनात कर्मचारी वर्दी, मास्क, आइ-कार्ड पहन कर काम करते हैं, जबकि हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं है।

डस्टबिन के चारों तरफ दवा का छिड़काव : नगर निगम के अधिकारियों ने प्रीतम पाल को यह दिखाने की कोशिश की कि सफाई का कार्य नियमानुसार किया जा रहा है। शायद इसलिए उनके आने से पहले ही सड़कों पर रखे डस्टबिन को खाली कर उनके चारों तरफ दवा का छिड़काव कर दिया गया था। शहर के अंदर रखे डस्टबिन कुछ और ही हकीकत बयां कर रहे थे। कचरा इनमें डालने के बजाय जमीन पर फैला हुआ था।

जीपीएस सिस्टम ने काम नहीं किया तो फोन पर की बात : प्रीतम पाल जब शहर से कचरा उठाने की जानकारी ले रहे थे, तो निगम अधिकारियों ने उन्हें बताया कि कचरा उठाने के लिए टिपर लगा रखे हैं। सभी में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है। प्रीतम पाल ने इसका डेमो दिखाने को कहा। अधिकारियों ने प्रयास तो पूरा किया, लेकिन वे जीपीएस से कचरा उठाने वाले टिपर की लाइव लोकेशन नहीं बता सके। उन्होंने सिस्टम के काम नहीं करने की बात कही। आखिर में अधिकारियों ने टिपर चालक से फोन कर पूछा कि आपकी लोकेशन इस वक्त क्या है।

खुले में शौच करने वालों के काटे आठ चालान : निगम के चीफ सेनेंटरी इंस्पेक्टर ने मीटिग में बताया कि इस वर्ष पोलिथिन के 71 चालान काटते हुए एक लाख जुर्माना वसूला गया है। सवा छह क्विटल पोलिथिन जब्त की गई। साथ ही खुले में शौच करने वाले आठ लोगों के चालान काट कर पांच सौ रुपये की दर से चार हजार जुर्माना वसूला गया। प्रीतम पाल ने पूछा कि खुले में शौच करते हुए लोगों को पकड़ा कैसे। जवाब दिया लोगों के पीछे-पीछे गए थे। लोगों के फोटो खींचे गए और वीडियो बनाई गई। जुर्माना कोर्ट का डर दिखाकर वसूल किया।

अभियान को पूरा करने पर पुण्य मिलेगा : प्रीतम पाल

प्रीतम पाल ने कहा कि स्वच्छता अभियान के साथ यदि एनजीओ और सोसायटी के लोगों को यदि जोड़ा जाता तो ओर भी अच्छा होता। गंदगी की इस बीमारी को ठीक होने में अभी समय लगेगा। इस अभियान को यदि ओर आगे तक ले जाते हैं तो आप सबको पुण्य लगेगा, लेकिन इसके लिए इच्छा शक्ति चाहिए। इसके लिए यदि किसी पर कानूनी कार्रवाई भी करनी पड़े तो उससे पीछे न हटें। हम विदेशों की तारीफ तो करते हैं, लेकिन वहां के लोग सफाई खुद करते हैं। हम भी ऐसा कर सकते हैं।

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