एस्मा के विरोध में काले झंडे लेकर बस स्टैंड पर गरजे रोडवेज कर्मचारी

जागरण संवाददाता , यमुनानगर : हाथों में काले झंडे लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने आल हरियाणा रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर बस स्टैंड यमुनानगर पर सरकार के खिलाफ दो घंटे तक प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी ने सरकार द्वारा लगाए गए एस्मा को काला कानून करार दिया और केस दर्ज करने को इमरजेंसी जैसे हालात बताया। प्रदर्शन करने के बाद कर्मचारी अपने-अपने काम पर लौट गए। प्रदर्शन की अध्यक्षता ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ नेता हरिनारायण शर्मा ने की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Sep 2018 12:58 AM (IST) Updated:Tue, 11 Sep 2018 12:58 AM (IST)
एस्मा के विरोध में काले झंडे लेकर बस स्टैंड पर गरजे रोडवेज कर्मचारी
एस्मा के विरोध में काले झंडे लेकर बस स्टैंड पर गरजे रोडवेज कर्मचारी

जागरण संवाददाता , यमुनानगर :

हाथों में काले झंडे लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने आल हरियाणा रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर बस स्टैंड यमुनानगर पर सरकार के खिलाफ दो घंटे तक प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी ने सरकार द्वारा लगाए गए एस्मा को काला कानून करार दिया और केस दर्ज करने को इमरजेंसी जैसे हालात बताया। प्रदर्शन करने के बाद कर्मचारी अपने-अपने काम पर लौट गए। प्रदर्शन की अध्यक्षता ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ नेता हरिनारायण शर्मा ने की।

हरिनारायण शर्मा ने कहा कि जब तक सरकार 720 प्राइवेट परमिट रद नहीं करेगी तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे। पांच सितंबर को कर्मचारियों ने जो हड़ताल की थी वो उनकी आर्थिक मांग नहीं थी, बल्कि प्राइवेट परमिट बारे जो सरकार से पहले बातचीत हुई थी उसे लागू करवाना है। उन मांगों को पूरा करने की बजाय 720 प्राइवेट बसें किलोमीटर स्कीम के तहत चलाने जा रही है। कर्मचारी इन बसों को किसी भी सूरत में रोडवेज के बेड़े में नहीं घुसने देंगे। इंटक के डिपो प्रधान मुनीष कुमार ने कहा कि जो अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि हड़ताल के दौरान भी बसें आम दिनों की तरह चली यह दावा हकीकत के बिल्कुल विपरीत हे। यमुनानगर डिपो में बसें हर रोज औसतन 50 हजार किलोमीटर सफर तय करती हैं और 12 लाख कैश आता है। जबकि पांच सितंबर को केवल 15 हजार किलोमीटर तय हुए और मात्र तीन लाख रुपये कैश आया। इससे प्रतीत होता है कि सरकार व अधिकारी जनता में दिखावे के लिए चंद बसों को खाली रूटों पर दौड़ाते रहे, ताकि हड़ताल का असर कम नजर आए। रोडवेज कर्मचारियों ने मजबूती के साथ सरकार व सरकार से समर्थित यूनियन का मुकाबला किया। सचिव बलदेव ¨सह ने कहा कि सरकार एस्मा लगाकर कर्मचारियों को डरा, धमका कर 720 प्राइवेट बसें चलाना चाहती है जो कभी चलने नहीं दी जाएगी। कर्मचारियों पर लाठीचार्ज हरियाणा सरकार पर एक कील का काम करेगी। कर्मचारियों पर प्रताड़ना से आंदोलन ओर ज्यादा उग्र रूप धारण करेगा। मौके पर उपप्रधान ह¨रद्र ¨सह, कोषाध्यक्ष म¨नद्र ¨सह, चेयरमैन भवानी दत्त, सह सचिव अमन बनवाल, जगजीत ¨सह, पवन, धर्मेंद्र कादियान, मनोज, कुल¨जद्र ¨सह, ईश्वर कांबोज, जो¨गद्र ¨सह, सुखबीर ¨सह, हर्ष कुमार, ज्ञान कांबोज, रोहताश, सुरेश सैनी, गुरमीत सैनी, चरण दास, योगेश कुमार, महीपाल राणा, सुरेंद्र राणा मौजूद रहे।

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