मनोहर बजट से प्लाइवुड व मेटल उद्योग को नहीं मिल पाई संजीवनी

मनोहर बजट में शिक्षा-चिकित्सा का भले ही खास ध्यान रखा गया हो लेकिन व्यापारियों को निरोश करने का काम किया है। एग्रोबेस होने के बावजूद प्लाईबोर्ड के व्यापार पर कई टैक्स हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 Feb 2020 09:10 AM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 09:10 AM (IST)
मनोहर बजट से प्लाइवुड व मेटल उद्योग को नहीं मिल पाई संजीवनी
मनोहर बजट से प्लाइवुड व मेटल उद्योग को नहीं मिल पाई संजीवनी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

मनोहर बजट में शिक्षा-चिकित्सा का भले ही खास ध्यान रखा गया हो, लेकिन व्यापारियों को निरोश करने का काम किया है। एग्रोबेस होने के बावजूद प्लाईबोर्ड के व्यापार पर कई टैक्स हैं। बोर्ड इंडस्ट्री से 18 प्रतिशत जीएसटी के बाद दो प्रतिशत लक्कड़ पर मार्केट फीस है। मार्केट फीस हटने की उम्मीद की जा रही थी। इसके अलावा व्यापारियों को लाइसेंस फीस के लिए 80 करोड़ रुपये लौटाने की भी आस थी। सरकार ने वुड बेस लाइसेंस के लिए जिले के व्यापारियों से 80 करोड़ रुपये जमा करवाया था। उम्मीद है थी कि मनोहर बजट में जरूर राहत मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। जिले में 1200 यूनिट वुड बेस की है।

हरियाणा व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र मित्तल का कहना है कि बजट मात्र एक औपचारिकता साबित हुआ है। बजट से व्यापारी, किसान, मजदूर सभी उपेक्षित कर दिए गए। केवल नेताओं को ठेकेदारों, बड़े प्रशासनिक अधिकारियों को ही लाभ होगा। अंडरग्राउंड नदी बनाने की योजना भ्रष्टाचार में अव्वल गिनी जाएगी। व्यापारियों को भी ब्याज पर राहत देनी चाहिए थी। लेकिन सरकार फिर से व्यापारियों को भूल गई। बजट में व्यापारियों की पूरी तरह अनदेखी हुई है।

टैक्स में छूट की उम्मीद थी

दी जगाधरी मेटल मेन्यूफेक्चर्स एंड सप्लायर एसोसिएशन के महासचिव सुंदर लाल बत्रा का कहना है कि प्रदेश सरकार ने जो बजट पेश किया है वह निराशाजनक है। इस बजट में मेटल इंडस्ट्री के लिए कुछ भी नहीं है। उम्मीद थी कि सरकार व्यापारियों को टैक्स में छूट देगी। बेतहाशा टैक्सों से व्यापारियों की कमर टूट चुकी है। गलत नीतियों के कारण उद्योग घाटे में जा रहे हैं। काफी उद्योग तो पलायन भी कर चुके हैं। सरकार ने व्यापारी वर्ग की अनदेखी की है।

हर वर्ग का ख्याल रखा है : शिवप्रताप

हरियाणा चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष शिवप्रताप बजाज का कहना है कि यह एक संतुलित एवं जन कल्याणकारी बजट है। इसमें समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है। विकास को गति देने वाला बजट है। बजट को जहां विकास को गति मिलेगी वहीं अर्थव्यवस्था व निवेश भी बढ़ेगा। अमीर-गरीब हर वर्ग का पूरा-पूरा ख्याल रखा गया है। यह बजट अंत्योदय की भावना से तैयार किया गया है। जिसमें विशेषकर प्रदेश के गरीब, दलित, वंचित व मध्यम वर्ग के लोगों को भारी फायदा पहुंचाने का अच्छा किया गया है।

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