धान में नमी के नाम पर हो रही धांधली, इनेलो ने किया प्रदर्शन

धान में नमी के नाम पर हो रही धांधली के विरोध में इंडियन नेशनल लोकदल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने लघु सचिवालय के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल के नाम डीसी मुकुल कुमार के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया। उसमें कहा गया कि सरकार ने चुनाव के तुरंत बाद धान की खरीद शुरू की। एकदम से भीड़ बढ़ी तो खरीद पर पाबंदी लगा दी। मजबूरन किसानों को औने पौने दामों पर फसल बेचनी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Nov 2019 06:40 AM (IST) Updated:Wed, 06 Nov 2019 06:40 AM (IST)
धान में नमी के नाम पर हो रही धांधली, इनेलो ने किया प्रदर्शन
धान में नमी के नाम पर हो रही धांधली, इनेलो ने किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : धान में नमी के नाम पर हो रही धांधली के विरोध में इंडियन नेशनल लोकदल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने लघु सचिवालय के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल के नाम डीसी मुकुल कुमार के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया। उसमें कहा गया कि सरकार ने चुनाव के तुरंत बाद धान की खरीद शुरू की। एकदम से भीड़ बढ़ी, तो खरीद पर पाबंदी लगा दी। मजबूरन किसानों को औने पौने दामों पर फसल बेचनी पड़ रही है।

पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के नेतृत्व में इनेलो कार्यकर्ता लघु सचिवालय के सामने एकत्र हुए। दिलबाग सिंह ने कहा कि सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1835 रुपये तय किया हुआ है, लेकिन सरकारी अधिकारी और राइस मिलर्स की मिलीभगत के चलते 150 से 200 रुपये तक भाव में कटौती की जा रही है। किसानों को नमी के नाम पर लूटा जा रहा है। किसानों के जे फार्म में जो राशि अंकित की जा रही है, वह उन्हें नहीं मिल रही है। नमी के मापदंड की आड़ में खुली लूट हो रही है। एक तरफ भाजपा सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा कर रही है। दूसरी ओर किसानों को फसल का भी सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है। इस दौरान इनेलो की ओर से ज्ञापन में कपास की खरीद का भी मुद्दा रखा गया। ज्ञापन में कहा गया कि कपास का निर्धारित मूल्य 5500-5600 रुपये है, लेकिन किसानों को 4700-4800 रुपये का भाव मिल रहा है। इस दौरान अर्जुन सुढैल, सुरेश शर्मा, खिलाराम नरवाल, दलमीरा राम सैनी आदि भी मौजूद रहे।

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