तीन साल हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे, अब मेले से पहले तोड़ दी सड़क, श्रद्धालुओं के लिए बन सकती जानलेवा

तीन साल तक तो अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। अब जब कपालमोचन में राज्यस्तरीय मेला आयोजित होने लगा तो उन्होंने ठेकेदार से सड़क पर काम लगवा दिया। ठेकेदार ने जगाधरी-बिलासपुर स्टेट हाईवे के एक तरफ चार फुट चौड़ी और इतनी ही गहरी सड़क खोद दी है जो मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जानलेवा बन सकती है। अब तक कई वाहन सड़क पर पलट भी चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Nov 2019 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 06 Nov 2019 08:00 AM (IST)
तीन साल हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे, अब मेले से पहले तोड़ दी सड़क, श्रद्धालुओं के लिए बन सकती जानलेवा
तीन साल हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे, अब मेले से पहले तोड़ दी सड़क, श्रद्धालुओं के लिए बन सकती जानलेवा

जागरण संवाददाता, कपालमोचन : तीन साल तक तो अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। अब जब कपालमोचन में राज्यस्तरीय मेला आयोजित होने लगा तो उन्होंने ठेकेदार से सड़क पर काम लगवा दिया। ठेकेदार ने जगाधरी-बिलासपुर स्टेट हाईवे के एक तरफ चार फुट चौड़ी और इतनी ही गहरी सड़क खोद दी है जो मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जानलेवा बन सकती है। अब तक कई वाहन सड़क पर पलट भी चुके हैं। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि मेला शुरू होने से पहले खोदी गई सड़क पर बजरी डाल दी जाएगी, लेकिन 12 किलोमीटर लंबी सड़क पर दिनरात भी काम लगाया जाए तब भी यह एक दिन में ठीक नहीं हो सकती।

8 से शुरू हो रहा मेला

कपालमोचन में 8 नवंबर से पांच दिवसीय राज्यस्तरीय मेला शुरू हो रहा है। मेले में हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से करीब आठ लाख श्रद्धालु आएंगे। मेले में हजारों वाहन आते हैं, लेकिन अब श्रद्धालुओं के लिए मेला परिसर तक पहुंचना इतना आसान नहीं होगा। क्योंकि जगाधरी से बिलासपुर तक सड़क जाने वाली सड़क पर अब निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस सड़क को दोनों तरफ से डेढ़-डेढ़ मीटर चौड़ा किया जाना है, इसलिए सड़क को एक तरफ से चार मीटर तक खोद दिया गया है, जबकि दूसरी तरफ मिट्टी डाल दी है। जहां से बरम की खोदाई की गई है वहां से सड़क भी धंसने लगी है। इसलिए श्रद्धालुओं के लिए मेले में पहुंचना खतरे से खाली नहीं होगा।

तीन साल पहले सीएम ने किया था उद्घाटन

इस सड़क को चौड़ा करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सितंबर 2016 को शिलान्यास किया था। करीब 16 करोड़ रुपये का टेंडर भी हो गया था, परंतु तीन साल तक अधिकारियों ने इस सड़क पर काम शुरू ही नहीं किया। कभी पेड़ों की कटाई तो कभी बिजली के पोल हटाने के नाम पर फाइल दफ्तरों में ही दबी रही। यह सड़क चंगनौली, आहलूवाला के पास से टूट भी चुकी है। उसके गड्ढों से लोग परेशान हैं। इनकी भी मरम्मत नहीं की गई। इसके बजाय प्रशासन ने इनमें मिट्टी भर दी है। जिस कारण अब धूल वाहन चालकों को परेशान कर रही है। दो साल पहले मेला से लौटते हुए पीरुवाला के पास सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी।

एक्सईएन को बोला तेजी से करें काम : एसडीएम

बिलासपुर के एसडीएम गिरीश कुमार ने बताया कि जगाधरी मार्ग का जो हिस्सा खोदा गया है, उसे ठीक करने के लिए एक्सईएन को बोल दिया है। मेला शुरू होने से पहले इसे सड़क के लेवल में कर दिया जाएगा।

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