किसानों रेलवे ट्रैक समेत 14 जगह लगाया जाम, बसें बंद रहने से यात्री परेशान

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने शुक्रवार को गोलनपुर गांव के पास किसानों ने प्रदर्शन कर जाम लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Mar 2021 08:10 AM (IST) Updated:Sat, 27 Mar 2021 08:10 AM (IST)
किसानों रेलवे ट्रैक समेत 14 जगह लगाया जाम, बसें बंद रहने से यात्री परेशान
किसानों रेलवे ट्रैक समेत 14 जगह लगाया जाम, बसें बंद रहने से यात्री परेशान

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने शुक्रवार को गोलनपुर गांव के पास अंडरपास के नीचे रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। किसान ट्रैक के बीचोबीच दरी बिछाकर बैठ गए। इसके अलावा किसानों ने सड़कों पर 13 जगह भी जाम लगाया। हालांकि पहले किसानों द्वारा आठ जगहों पर जाम लगाने की बात कही गई थी। परंतु कुछ लिक मार्गों पर अचानक जाम लगा दिया गया। जाम लगने से लोग परेशान रहे। किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं रोडवेज बसें नहीं चलने से यात्री परेशान होते रहे। बसें कब चलेंगी यह जानने के लिए यात्री बार-बार पूछताछ केंद्र पर जाते रहे। सुरक्षा के लिहाज से विभिन्न जगहों पर पुलिस बल तैनात रहा। इन जगहों पर लगाया गया जाम

किसानों ने गोलनपुर में अंडरपास के नीचे रेलवे ट्रैक के अलावा गांव में ही सहारनपुर-पंचकूला नेशनल हाईवे पर, बहरामपुर-पुराना सहारनपुर रोड, जगाधरी-पौंटा साहिब नेशनल हाईवे पर छछरौली में एमएल वर्मा चौक, इसी हाईवे पर सोम नदी पुल के ऊपर, साढौरा में दोसड़का चौक, रादौर में बुबका चौक, गुमथला-जठलाना लिक रोड, बिलासपुर में शिव चौक, मंधार गांव, गुलाब नगर-सरांवा रोड पर महलांवाली व पाबनी, मंडेबर, जगाधरी-बिलासपुर स्टेट हाईवे पर रामखेड़ी गांव के अड्डे पर जाम लगाया। रेलवे ट्रैक पर जाम की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष संजू गुंदियाना तथा बाइपास पर निदेशक मंदीप सिंह रोडछप्पर ने की। 47 चक्कर ही लगा सकी बसें :

सुबह पांच बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक रोडवेज की बसें केवल 47 चक्कर ही लगा सकी। यमुनानगर बस स्टैंड से दिल्ली, कुरुक्षेत्र, चंडीगढ़, नारायणगढ़, अंबाला, प्रतापनगर, सहारनपुर समेत सभी रूटों पर बस चली। सहानपुर मार्ग पर जाम न होने के कारण बसें दोपहर के समय भी चलती रही। हालांकि दिनभर बसें न चलने से रोडवेज को लाखों रुपये का नुकसान हुआ। जो बसें गंतव्य को चली गई थी उन्हें वहीं रोक दिया गया। जाम का पता होता तो नहीं आते : चंद्रकांत

सहारनपुर निवासी चंद्रकांत ने बताया कि वह अपने भाई फैयाज के साथ अंबाला स्थित रिश्तेदारी में जा रहा था। सहारनपुर से यमुनानगर तक उत्तर प्रदेश रोडवेज की बस में आया था। यमुनानगर बस स्टैंड से अंबाला के लिए बस ही नहीं मिली। पूछताछ करने पर पता चला कि किसानों द्वारा लगाए गए जाम के कारण बसें नहीं चल रही। अब समझ नहीं आ रहा कि अंबाला जाएं या फिर वापस सहारनपुर लौटें। पहले पता होता तो घर से आते ही नहीं। हर रोज के जाम से परेशान हो गए हैं।

जाम ने काम बिगाड़ दिया : सोनिया

डिपल सिनेमा के पास रहने वाली सोनिया ने बताया कि वह बेटे के साथ शामली जा रही थी। उसे ये तो पता था कि किसानों ने जाम लगाने की घोषणा कर रखी है, परंतु यह नहीं पता था कि जाम के कारण बसें भी नहीं चलेंगी। इसलिए ऑटो में बैठकर सीधे बस स्टैंड पहुंच गई। यहां आकर पता चला कि बसें नहीं चल रहीं हैं। पूछताछ केंद्र से पता चला कि कुछ देर पहले एक बस सहारनपुर के लिए भेजी है। यदि वह रास्ते में कहीं जाम में नहीं फंसी तब ही दूसरी बस भेजेंगी। जाम के कारण उनको दिक्कत हो रही है।

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