शहर में बूंदाबांदी, गांवों में बरसात से किसानों के खिले चेहरे, दुकानदारों को नुकसान

बुधवार को ग्रामीण क्षेत्र में भारी बरसात हुई। इससे किसानों के चेहरे खिल गए। सरस्वती नगर कस्बा में दुकानों में बरसात का पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Jun 2020 05:26 AM (IST) Updated:Thu, 25 Jun 2020 06:12 AM (IST)
शहर में बूंदाबांदी, गांवों में बरसात से किसानों के खिले चेहरे, दुकानदारों को नुकसान
शहर में बूंदाबांदी, गांवों में बरसात से किसानों के खिले चेहरे, दुकानदारों को नुकसान

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

जिले में लंबे इंतजार के बाद बुधवार को ग्रामीण क्षेत्र में बरसात हुई। इससे किसानों के चेहरे खिल गए। सरस्वती नगर कस्बा में दुकानों में बरसात का पानी घुसने से नुकसान भी हुआ। शहर में हल्की बूंदाबांदी से उमस बढ़ गई। जिससे शहरवासियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। रादौर क्षेत्र में हुई बरसात से किसानों के चेहरे खिल उठे। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो, तीन दिन भी बरसात होगी। धान के लिए बरसात सबसे ज्यादा फायदेमंद है। क्षेत्र के किसान मोहित गर्ग, विक्रम, राजुकमार सैनी ने बताया कि बरसात से पहले लगाई फसल में बढ़ोतरी होगी, धान की फसल लगाने में भी तेजी आएगी। हरा चारा,गन्ना व मक्के की फसल को भी लाभ होगा। जिले में औसत पांच एमएम बरसात हुई। जिससे अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम 27 पर आ गया। हालांकि बिजली कटों के कारण बरसात के बाद उमस ने खूब पसीने छुडाए। यहां घुसा दुकानों में पानी

सरस्वती नगर में जय भगवान की करियाना की दुकान, अंकित गर्ग की स्टेशनरी की दुकान, प्रवीन शेट्टी की बेकरी की दुकान में बरसात का पानी घुस गया। इससे उनको हजारों रुपये का नुकसान हुआ। जनस्वास्थ्य विभाग कस्बे में सीवरेज डालने का काम कर रहा है। इसलिए नालियां मिट्टी से अट गई हैं। जिस कारण पानी दुकानों में घुस गया। प्रभावित लोगों ने अधिकारियों से जल्द से काम पूरा करने की मांग की, ताकि आने वाले मानसून सीजन में इस तरह की दिक्कत न आए। मक्का की ढेरी भी भीगी

अनाज मंडी की मुख्य सड़क पर पानी भर गया। अनाज मंडी में लगे मक्की के ढेर भीग गए। शैड नहीं होने से मजबूरन आढ़तियों को तिरपाल डालनी पड़ी। किसान वर्षो से शेड बनवाने की मांग कर रहे हैं। प्रतिवर्ष दो करोड़ रुपए से ज्यादा मार्केट फीस देने के बावजूद यहां सुविधाओं की कमी है।

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