डांटने से खफा 12वीं के छात्र ने स्‍कूल में महिला प्रिंसिपल को गोलियां से भूना

यमुनानगर में एक स्‍कूल में 12वीं के एक छात्र ने महिला प्रिंसिपल को गाेली मार दी। प्रिंसिपल को चार गोलियां लगीं और उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना से सनसनी फैल गई।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sat, 20 Jan 2018 01:51 PM (IST) Updated:Sun, 21 Jan 2018 07:05 PM (IST)
डांटने से खफा 12वीं के छात्र ने स्‍कूल में महिला प्रिंसिपल को गोलियां से भूना
डांटने से खफा 12वीं के छात्र ने स्‍कूल में महिला प्रिंसिपल को गोलियां से भूना

जेएनएन, यमुनानगर। शहर के एक स्‍कूल में 12वीं के एक छात्र ने महिला प्रिंसिपल को गाेलियों से भून डाला। प्रिंसिपल को चार गोलियां लगीं। अचानक हुई इस घटना से स्‍कूल में अफरा तफरी मच गई। प्रिंसिपल को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्‍हाेंने दम तोड़ दिया। आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह इस बात से खफा था कि प्रिंसिपल ने उसकी प्रोजेक्ट फाइल पर सिग्नेचर करने से इन्‍कार कर दिया था और स्‍कूल देरी से आने पर डांटती थी। पुलिस ने उसके पिता को भी गिरफ्तार किया था। रविवार को अदालत ने अारोपी छात्र को दो दिन के पुलिस रिमांड पर दिया और उसके पिता को न्‍यायिक हिरासत मेें भे भेज दिया।

आरोपी छात्र को अदालत ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर दिया, पिता न्‍यायिक हिरासत में

प्रिंसिपल का रविवार को अंतिम संस्‍कार कर दिया गया। इस दौरान अपने मोबाइल से फोटाे खींच रहे एक व्‍यक्ति की प्रिंसिपल के परिजनों ने धुनाई कर दी। लोगों ने मीडिया कर्मियों को भी खरी खोटी सुनाई। लोगों ने कहा कि क्या ऐसे माहौल में किसी की फोटो खींचनी चाहिए। जिस व्यक्ति को लोगों ने पीटा बाद में पता चला कि वह उसी स्कूल में टीचर रह चुका है। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से व्यक्ति को भीड़ से छुड़ाया।

आरोपी छात्र और उसके पिता को अदालत में पेश करने ले जाती पुलिस।

दूसरी ओर छात्र शिवांश और उसके पिता को पुलिस ने रविवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी छात्र को दो दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। अदालत ने उसके पिता को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पु‍लिस का कहना है कि शिवाशं से मामले में पूछताछ कर इस मामले में किसी और के शामिल में हाेने या न होने के बारे में भी पता करने की कोशिश की जाएगी।

बता दें कि शनिवार को यह घटना शहर की थापर ग्राउंड के पास स्थित मशहूर विवेकानंद स्कूल में हुई थी।  स्‍कूल की प्रिंसिपल रीतू छाबड़ा को गोली मारने वाला लड़का कामर्स का छात्र है और नाबालिग है। वह प्रिंसिपल की डांट डपट से क्रुद्ध था। वह अच्छे परिवार से बताया जाता है। घायल प्रिंसिपल को नजदीक के स्वामी विवेकानंद मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई।

स्कूल में गोली चलने की सूचना पाते ही डीएसपी हेडक्वार्टर अनिल गुर्जर व सिटी यमुनानगर एसएचओ ओम प्रकाश स्कूल पहुंचे। घटना की जानकारी जब रितु छाबड़ा के पति राजेश छाबड़ा व अन्य रिश्तेदारों को मिली तो वे भी स्कूल पहुंच गए और वहां से अस्पताल पहुंचे।

प्रिंसिपल को गोली मारे जाने के बाद लगी भीड़।

स्कूल के कर्मचारियों के अनुसार स्कूल में देर से आने पर प्रिंसिपल ने शिवांश को डांटा था। शिवांस इकॉनामिक्स में कमजोर था और उसका प्रोजेक्ट भी पूरा नहीं था। प्रिंसिपल ने उसके प्रोजेक्ट फाइल पर साइन करने से इन्‍कार कर दिया था,। इससे शिवांश गुस्से में था। सुबह जब प्रिंसिपल कार्यालय में बैठी थीं तो छात्र वहां आया, उसके साथ एक लड़का और था। कार्यालय में घुसते ही उसने प्रिंसिपल पर एक के बाद एक कई गोलियां चलाईं, इससे वह लहूलुहान होकर अपनी चेयर पर लुढ़क गईं। गोलियां चलने पर रिसेप्शन पर बैठे स्टॉफ ने शोर मचाया।

प्रिंसिपल को गोली मारे जाने के बाद लगी भीड़।

गाेली मारने के बाद आरोपी छात्र भागने लगा, लेकिन लाेगों ने उसे दबोच लिया और जमकर धुनाई कर दी। प्रिंसिपल के सीने,सिर और हाथ में गोलियां लगी हैं। बताया जाता है कि छात्र का कहना है कि प्रिंसिपल उसे बेवजह डांटती-डपटती थी। इसी कारण उसने गोलियां मारी हैं। फिलहाल इस घटना के पीछे असल में क्या कारण है पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

घटना के बाद लगी भीड़।

सारा स्टॉफ दौड़कर नीचे आ गया और 46 वर्षीय रितु छाबड़ा को तुरंत नजदीक के ही स्वामी विवेकानंद मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में ले जाया गया। वहां करीब एक घंटे बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके शरीर का एक्स-रे किया गया तो चार गोली शरीर में फंसी मिलीं।

पैनल से कराया पोस्टमार्टम

सिविल अस्पताल में डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसलिए पोस्टमार्टम हाउस के बाहर डीएसपी देसराज भारी पुलिस बल के साथ वहां मौजूद रहे।

क्लास में हुई बेइज्जती को बर्दाश्त नहीं कर पाया शिवांश

एसपी ने कहा कि छात्र शिवांश इकोनॉमिक्स का छात्र है। प्रिंसिपल भी इकोनॉमिक्स की टीचर थींं। वह इकोनॉमिक्स में कमजोर होने के कारण शिवांश को अक्सर डांट देती थीं। एक सप्ताह पहले भी प्रिंसिपल ने उसे कक्षा में सभी के सामने डांटा था। शिवांश को लगा कि कक्षा में प्रिंसिपल ने उसकी बेइज्जती की है। इसीलिए उसने बदला लेने की साजिश रची।

उन्‍होंने बताया कि शनिवार को सुबह 10 बजे जब उसके पिता काम पर चले गए तो उसने अलमारी को तोड़ कर उनकी लाइसेंसी रिवाल्वर निकाल ली। इसक बाद वह सीधा प्रिंसिपल के कार्यालय में पहुंचा जहां पर उसने उनसे अपने प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर साइन करने के लिए कहा। प्रिंसिपल ने ऐसा करने से मना कर दिया।


अस्‍पताल में मौजूद प्रिंसिपल के परिवार के लोग।

एक बार तो शिवांश ने खुद को संभाल लिया और कार्यालय से बाहर आ गया, मगर अचानक उसका मन बदला। वह दोबारा प्रिंसिपल के कार्यालय में गया और एक के बाद एक चार गोलियां प्रिंसिपल पर दाग दी। एसपी राजेश कालिया ने बताया कि जिन लोगों ने शिवांश को पकड़ा है उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा। शिवांश के खिलाफ हत्या का और उसके पिता पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

10 जनवरी को ही 18 साल का हुआ था शिवांश

शिवांश के नाबालिग व बालिग होने की दिनभर अटकलें लगती रही। बाद में पता चला कि शिवांस 10 जनवरी को ही 18 साल का हुआ था। पुलिस भी दिनभर इसी गुत्थी में उलझी रही।

पिता ने की लापरवाही, सेफ जगह पर नहीं रखी रिवाल्वर

यह सवाल भी है कि शिवांश पिता की रिवाल्वर इतनी आसानी से कैसे मिल गई। शुरुआती जांच में पता चला है कि शिवांश के पिता रजनीश गुंबर ने छह माह पहले रिवाल्वर का लाइसेंस रिन्यू करवाया था। रिवाल्वर जैसे घातक हथियार को सरेआम रखना उनकी लापरवाही को उजागर करता है। यही वजह है कि शिवांश आसानी से रिवाल्वर को घर से ले आया।

गलती करके मान लेता था शिवांश

शिवांस की कक्षा में पढ़ वाले छात्रों ने बताया कि वह किसी से लड़ाई झगड़ा नहीं करता था। किसी से झगड़ा हो भी जाता था तो माफी मांग लेता था। 10वीं कक्षा में शिवांस के 65 प्रतिशत नंबर आए थे। 11वीं कक्षा में भी वह पास हुआ था। हर रोज स्कूल से छुट्टी के बाद रणजीत गली में ट्यूशन पढऩे जाता था। कक्षा में भी उसका दूसरे छात्रों के साथ व्यवहार ठीक था। 10 जनवरी को ही उसने अपनी कक्षा के साथियों के साथ जन्मदिन की पार्टी की थी।

हमीदा कालोनी के लोगों का कहना है कि शिवांश का व्यवहार अच्छा था। उसके पिता की जरूर किसी से हल्की कहासुनी हो जाती थी। एक साल पहले ही शिवांस के दादा सोहन लाल की मौत हुई थी। शिवांश माता-पिता का इकलौता लड़का है। उसकी एक बड़ी बहन है जिसकी तीन साल पहले शादी हो चुकी है।

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