धोखाधड़ी कर कई-कई बार फ्लैट बेचने के मामले में एसआइटी करेगी जांच, आरोपित दंपती गिरफ्तार

बिल्डर कंपनी के अधिकारों का दुरुपयोग कर लोगों को कई-कई बार फ्लैट बेचने की आरोपित महिला और उसके पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 08:18 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 10:44 PM (IST)
धोखाधड़ी कर कई-कई बार फ्लैट बेचने के मामले में एसआइटी करेगी जांच, आरोपित दंपती गिरफ्तार
धोखाधड़ी कर कई-कई बार फ्लैट बेचने के मामले में एसआइटी करेगी जांच, आरोपित दंपती गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, सोनीपत : बिल्डर कंपनी के अधिकारों का दुरुपयोग कर लोगों को कई-कई बार फ्लैट बेचने की आरोपित महिला और उसके पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित दंपती ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक ही फ्लैट को कई-कई बार बेच दिया। लोगों ने बैंकों से कर्ज लेकर इन फ्लैटों की रजिस्ट्री कराई थी। अब रजिस्ट्री को फर्जी बताए जाने के बाद लोगों ने प्रदर्शन किया था। उसके चलते बिल्डर ने अपनी कर्मचारी रश्मि व उसके पति शैलेष और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने डीएसपी के नेतृत्व में सात सदस्यीय एसआइटी का गठन किया और आरोपितों के बैंक खातों को सीज कर दिया गया है।

मैक्स हाईट्स ड्रीम होम में फ्लैट लेने वाले भारत भूषण, प्रवीन, अनिता, तरूण शर्मा, साहिल, आशीष, देवेंद्र, कुशाल, अश्वनी, सचिन ने तीन दिन पहले बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उन्होंने बताया था कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सोसायटी के ड्रीम होम में फ्लैट लिए थे। उन्हें कंपनी ने अपनी अधिकृत कर्मचारी के पास भेजा था। जहां पर उनसे रुपये लेकर फ्लैट की रजिस्ट्री करा दी गई थी। वह अपने फ्लैट में रह रहे हैं। अब उनके फ्लैट की रजिस्ट्री दूसरे लोगों को कर दी गई हैं। उनकी पहले कराई गई रजिस्ट्री को फर्जी बताया जा रहा है। एक-एक फ्लैट को कई-कई बार बेच दिया गया। लोगों ने 99 फ्लैट की सूची पुलिस को उपलब्ध कराई थी, जिनको दोबारा से बेच दिया गया था।

इस मामले में मैक्स हाईट्स ड्रीम होम बिल्डर्स के एआर अरूण राठी ने अपनी कर्मी रश्मि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस पर आरोप लगाया था कि रश्मि ने अपने पति शैलेष, रिश्तेदार ज्योत्सना सिंह, दीपक, वैभव फूड्स और मनोज इंडस्ट्रीज आदि के साथ मिलकर गड़बड़ी की है। अरूण राठी ने कहा कि कंपनी ने उन्हें फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए अधिकृत किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 818 फ्लैट बनाए थे। इनको शैलेश और रश्मि तथा अन्य कर्मचारियों ने धोखाधड़ी से जाली हस्ताक्षर करके किसी और को बेच दिए है। दिल्ली में आरोपितों के खातों को कराया जाएगा सीज

जांच अधिकारी इंस्पेक्टर गुलशन ने बताया कि पुलिस की शुरुआती जांच में मामला चार करोड़ से अधिक की ठगी का सामने आया है। हालांकि गहनता से जांच में यह राशि बढ़़ सकती है। पुलिस टीम आरोपितों के दिल्ली के बैंक खातों को सीज कराएगी। साथ ही मामले में फरार आरोपित और जिन कंपनियों के नाम सामने आए हैं उनके रिकार्ड की जांच की जाएगी। डीएसपी के नेतृत्व में गठित की गई एसआइटी

बिल्डर कंपनी के फ्लैट बेचने के मामले में कराड़ों का घालमेल सामने आने के बाद एसपी राहुल शर्मा ने मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन कर दिया गया है। डीएसपी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित की गई एसआइटी में इंस्पेक्टर गुलशन भौरिया के साथ ही आर्थिक अपराध शाखा प्रभारी राजीव कुमार समेत सात लोगों को शामिल किया गया है। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

धोखाधड़ी कर फ्लैट को कई बार बेचने की आरोपित रश्मि और उसके पति शैलेश को उनके आवास सूर्या अपार्टमेंट उतमनगर दिल्ली से गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया गया। इनको न्यायालय से पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आरोपित से धोखाधड़ी की घटना की विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

- इंस्पेक्टर गुलशन कुमार, जांच अधिकारी - थाना कुंडली

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