खाद के साथ दवाएं थोपने पर भड़के किसान

शहर में बरोदा रोड स्थित कृभको के सेंटर पर यूरिया खाद के साथ जबरन कीटनाशक दवाएं थोपने पर किसान भड़क उठे। किसानों ने प्रदर्शन किया और प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की। किसानों ने कहा कि इस तरह से दवाएं थोपना गलत है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Dec 2018 05:55 PM (IST) Updated:Tue, 04 Dec 2018 05:55 PM (IST)
खाद के साथ दवाएं थोपने पर भड़के किसान
खाद के साथ दवाएं थोपने पर भड़के किसान

संवाद सहयोगी, गोहाना: शहर में बरोदा रोड स्थित कृभको के सेंटर पर यूरिया खाद के साथ जबरन कीटनाशक दवाएं थोपने पर किसान भड़क उठे। किसानों ने प्रदर्शन किया और प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की। किसानों ने कहा कि इस तरह से दवाएं थोपना गलत है।

रामनिवास, जयभगवान, रणबीर मदीना, बिजेंद्र बुसाना, मंजीत बुसाना आदि किसान मंगलवार को बरोदा रोड स्थित कृभको के सेंटर पर यूरिया खाद लेने पहुंचे। किसानों को इन दिनों खाद को गेहूं की फसल में डालना है। किसानों ने आरोप लगाया कि कृभको के सेंटर पर बैठे कर्मचारी ने कहा कि यूरिया के पांच बैग के साथ दवाई लेनी जरूरी है। दवा नहीं लेने पर खाद नहीं दी जाएगी। इस पर किसान भड़क उठे और सेंटर के बाहर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। किसान सतबीर व सुरेंद्र ने कहा कि इस तरह से जबरन दवाएं थोपना गलत है। सतबीर ने कहा कि उसने करीब 20 एकड़ में गेहूं की फसल की बिजाई कर रखी है और सेंटर पर यूरिया के दस बैग से अधिक देने से मना किया जा रहा है। ऐसे में खाद लेने के लिए किसानों को बार-बार सेंटर व अन्य दुकानों के चक्कर लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। सेंटर पर बैठे कर्मचारी ने इस संबंध में अधिकारी से बातचीत करने को कहा। उन्होंने इतना जरूर कहा कि किसी किसान को जबरन दवा नहीं थोपी जा रही है। जिस किसान को जरूरत है उसे ही दवा दी जा रही है।

करीब 20 एकड़ में गेहूं की फसल की बिजाई कर रखी है। उसे उसी के अनुसार खाद की जरूरी है। सेंटर के कर्मचारी यूरिया के दस से ज्यादा बैग नहीं दे रहे हैं। खाद खरीदने पर किसान के सामने दवा खरीदने की शर्त भी रख रहे हैं। प्रशासन मामले की जांच करके कार्रवाई करे।

-जोगेंद्र, किसान

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