बार्डर पर दिनभर रही हलचल, मोर्चा की बैठक पर टिकी निगाहें

कृषि कानून को निरस्त करने की प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद प्रदर्शनकारी जश्न मना रहे हैं। इसे प्रदर्शनकारी अपनी बड़ी जीत मान रहे हैं। घोषणा के दूसरे दिन शनिवार को भी कुंडली बार्डर पर दिनभर हलचल बनी रही। सरकार के साथ बातचीत बंद होने और काफी समय से आंदोलन को लेकर नई रणनीति नहीं बनने के कारण प्रदर्शनकारियों का उत्साह ठंडा पड़ गया था।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 07:10 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 07:10 PM (IST)
बार्डर पर दिनभर रही हलचल, मोर्चा की बैठक पर टिकी निगाहें
बार्डर पर दिनभर रही हलचल, मोर्चा की बैठक पर टिकी निगाहें

जागरण संवाददाता, सोनीपत : कृषि कानून को निरस्त करने की प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद प्रदर्शनकारी जश्न मना रहे हैं। इसे प्रदर्शनकारी अपनी बड़ी जीत मान रहे हैं। घोषणा के दूसरे दिन शनिवार को भी कुंडली बार्डर पर दिनभर हलचल बनी रही। सरकार के साथ बातचीत बंद होने और काफी समय से आंदोलन को लेकर नई रणनीति नहीं बनने के कारण प्रदर्शनकारियों का उत्साह ठंडा पड़ गया था। बार्डर पर बना मुख्य मंच अकसर सूना ही रहता था, लेकिन कानून निरस्त करने की घोषणा के साथ ही प्रदर्शनकारियों का उत्साह फिर से चरम पर पहुंच गया है। शनिवार को आंदोलन का मुख्य मंच सजा और जत्थेबंदियों के नेताओं ने भाषण भी दिए। अब प्रदर्शनकारियों की निगाहें रविवार को होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की बड़ी बैठक पर टिकी हैं।

कुंडली बार्डर पर एक दिन पूर्व तक प्रदर्शनकारियों की संख्या काफी कम थी। अभी भी कई टेंट खाली हैं या उनमें इक्का-दुक्का ही लोग हैं। गेहूं की बुआई का सीजन आने और गुरुपर्व के कारण काफी संख्या में प्रदर्शनकारी अपने घर चले गए थे, लेकिन शुक्रवार सुबह तीनों कानून को निरस्त करने की प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद फिर से बार्डर पर प्रदर्शनकारियों का जुटना शुरू हो गया है। शनिवार को बार्डर पर लंगरों की संख्या भी पहले से ज्यादा दिखी। इस दौरान ट्रैक्टरों पर स्पीकर लगाकर युवा लगातार पूरे प्रदर्शन स्थल पर जुलूस निकाल रहे हैं। पंजाब से भी प्रदर्शनकारियों का आना जारी है। प्रधानमंत्री की घोषणा को अपनी सबसे बड़ी जीत बताते हुए प्रदर्शनकारी उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि जब एक मांग को पूरा कर दिया गया तो जल्द ही उनकी अन्य मांगों पर भी विचार होगा। प्रदर्शन में शामिल बुजुर्ग बहादुर सिंह का कहना है कि पहले संसद में कानून को रद कराने की प्रक्रिया पूरी हो और एमएसपी सहित अन्य मांगें पूरी हों, वे तभी जाएंगे। एक मांग पूरी होने से उनका उत्साह और बढ़ गया है। सरकार को हर हाल में उनकी अन्य मांगें भी माननी पड़ेगी। बैठक में करेंगे आगामी रणनीति का खुलासा : डा. दर्शनपाल

संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख डा. दर्शनपाल ने बताया कि कुंडली बार्डर पर रविवार को मोर्चा के सभी नेता बैठक करेंगे और इसी बैठक में आगामी रणनीति का खुलासा किया जाएगा। प्रधानमंत्री की घोषणा पर चर्चा के अलावा कई अहम मुद्दों पर बातचीत होगी। सभी की सहमति बनने पर ही रणनीति तय होगी। बैठक में राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत सभी जत्थेबंदियों के नेता भाग लेंगे। इस बैठक से यह भी तय हो जाएगा कि प्रदर्शनकारी अब अपने आंदोलन को किन शर्तों पर और कितने दिन जारी रखेंगे।

chat bot
आपका साथी