छह माह बाद भी नहीं लगे रोडवेज की सभी बसों में कैमरे

जागरण संवाददाता, सोनीपत : रोडवेज के चालक व परिचालक की लोकेशन का पता लगाने व बस में होने वाली किसी घट

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jun 2017 06:02 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jun 2017 06:02 PM (IST)
छह माह बाद भी नहीं लगे रोडवेज की सभी बसों में कैमरे
छह माह बाद भी नहीं लगे रोडवेज की सभी बसों में कैमरे

जागरण संवाददाता, सोनीपत : रोडवेज के चालक व परिचालक की लोकेशन का पता लगाने व बस में होने वाली किसी घटना के आरोपी की आसानी से पहचान के लिए अभी तक सभी बसों में कैमरे नहीं लगे हैं। रोडवेज ने जिले की 200 बसों में कैमरे लगवाने हैं। इससे पहले 30 बसों में लगे कैमरों का ट्रायल भी सफल हो चुका है। इसके बावजूद विभाग अन्य बसों में कैमरे लगाने का संज्ञान नहीं ले रहा है। बसों में छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं। कैमरे लगने के बाद घटनाएं कम होने के साथ ही चालकों व परिचालकों की मनमानी भी रुकेगी।

सोनीपत डिपो और गोहाना सब डिपो में 230 बसों का संचालन होता है। ये बसें आसपास के गांवों से लेकर दूसरे राज्यों तक आवागमन करती हैं। जिले में हर रोज करीब 42 हजार यात्री इन बसों में यात्रा करते हैं, जिससे रोडवेज को प्रतिदिन करीब 19 लाख रुपये की आमदनी होती है। डिपो व सब डिपो से यात्रियों को लेकर गए चालक व परिचालक कई बार अपनी मनमानी करते हुए अधिकारियों की ओर से पूछी गई लोकेशन को गलत बताते हैं। सवारी कम मिलने का बहाना बनाया जाता है, इससे रोडवेज को काफी नुकसान होता है। इसके अलावा कई बार बस में चालक व परिचालक के साथ यात्री झगड़ा करते हैं और उनके साथ मारपीट कर भाग निकलते हैं। वहीं, चालक व परिचालक की ओर से यात्रियों के साथ किए गए दु‌र्व्यवहार की शिकायतें भी विभाग को मिलती रहती हैं। ऐसे में चालक व परिचालकों की मनमानी के चलते तथा बसों में होने वाली घटनाओं पर रोक लगाने के लिए विभाग ने बसों में कैमरे लगाने का फैसला लिया था। दिसंबर 2016 में डिपो व सब डिपो की 30 बसों में ट्रायल के लिए कैमरे लगाए गए थे। रोडवेज की ओर से इन कैमरों का ट्रायल कामयाब होने की रिपोर्ट मुख्यालय को दो महीने पहले भेजी गई थी। इसके बावजूद बाकी 200 बसों अभी तक कैमरे नहीं लगाए गए हैं।

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सरकार की ओर से प्रदेश की सभी बसों में कैमरे लगाने का फैसला लिया गया है। पहले चरण में ट्रायल के लिए सोनीपत डिपो व गोहाना सब-डिपो की 30 बसों में कैमरे लगाए थे। इन कैमरों का ट्रायल सही रहा, जिसकी विभाग ने मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी थी। वहीं 200 बसों के लिए 400 कैमरे भेजने का पत्र लिखा है। मुख्यालय की ओर से जब भी कैमरे आएंगे, बसों में लगा दिए जाएंगे।

-जोगेंद्र ¨सह रावल, जीएम रोडवेज।

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