जुड़वा बहनों की उपलब्धि पर जश्न, बांटीं मिठाइयां

फोटो: 25 जागरण संवाददाता, गोहाना: गाव आवली की जुड़वा बहन ताशी व नुंग्शी द्वारा बुधवार को अंटार्टिक

By Edited By: Publish:Thu, 18 Dec 2014 07:12 PM (IST) Updated:Thu, 18 Dec 2014 07:12 PM (IST)
जुड़वा बहनों की उपलब्धि पर जश्न, बांटीं मिठाइयां

फोटो: 25

जागरण संवाददाता, गोहाना: गाव आवली की जुड़वा बहन ताशी व नुंग्शी द्वारा बुधवार को अंटार्टिका की सबसे दुर्गम व ऊंची चोटी माउट विनसन पर तिरगा फहराने की सूचना मिलने पर गाव व क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। क्षेत्र के लोगों ने मिठाई बाटकर खुशी मनाई और दोनों बहनों की सुरक्षा की कामना की।

मूल रूप से गाव आवली निवासी कर्नल वीरेद्र सिंह की बेटी ताशी व नुग्शी एक के बाद एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रही है। दोनों जुड़वा बहनों ने बुधवार की सुबह चार बजे इतिहास रचते हुए अंटार्टिका की सबसे दुर्गम व ऊंची चोटी माउट विनसन पर तिरगा फहराया। ग्रामीणों व क्षेत्र को लोगों को बृहस्पतिवार को इस संबंध में सूचना मिली। गाव के राकेश मलिक और दिनेश मलिक ने दोनों बहनों की इस उपलब्धि पर मिठाई बाट का खुशी मनाई। राकेश मलिक ने कहा कि जुड़वा बहनों ने गाव का नाम रोशन किया है। शहर निवासी बिट्टू, राजेश, सत्यपाल, वीरेद्र भी खुशी मनाते हुए मिठाई बाटी और दोनों बहनों के सुरक्षित लौटने की कामना की।

ग्रामीणों को नहीं जानकारी:

जुड़वा बहनों के पिता कर्नल वीरेद्र सिंह मलिक पिछले लंबे समय से गाव से बाहर ही रहते है। उनकेसाथ ही ताशी व नुंग्शी रह रही है। वीरेद्र के भाई सोनीपत में रहते है। वीरेद्र के पिता मास्टर चंद्र व मा का कई साल पहले स्वर्गवास हो चुका है। चंद्र सिंह गाव में ही रहते थे। चंद्र सिंह के जीवित रहते हुए वीरेद्र मलिक व उनकी बेटियों का गाव में भी आना-जाना रहता था। अब वे कम ही गाव में आते है। सरपंच रामदिया ने कहा कि गाव के लोगों को दोनों लाडलियों की उपलब्धियों की खबर बहुत देर से पता लगती है।

chat bot
आपका साथी